गैंगस्टर विकास दुबे के मकान में मिला अंडरग्राउंड बंकर, उसी जेसीबी से घर ढहाया गया जिससे उसने पुलिस का रोका था रास्ता
गैंगस्टर विकास दुबे शहंशाहों जैसा जीवन जीता था। उसके किले जैसे घर के अहाते में बने पुराने घर में यह बंकर मिला था।
कानपुर। 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के किले जैसे मकान में एक बंकर मिला है। इसे देखकर पुलिस भी आश्चर्यचकित रह गई है। माना जा रहा है कि आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद वह इसी बंकर में छुप जाता था। पुलिस ने उसी जेसीबी से उसके मकान को ढहा दिया है, जिससे घटना वाले दिन उसने पुलिस का रास्ता रोका था।
उसके पैतृक गांव बिकरु में तकरीबन 2 बीघा के रकबा में बना विकास दुबे का यह मकान किले जैसा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह शहंशाहों जैसा जीवन जीता था। मकान की सुरक्षा भी किले की तरह की गई है। मकान के चारों ओर लगभग 12 फीट ऊंची चारदीवारी की गई है। उसके बाद भी 2 फीट ऊंचे छल्लेदार कंटीले तार लगाए गए हैं। उसका नया घर 8-10 साल पहले बना है।
इस अहाते के अंदर ही पुराना घर भी है, जहां अब उसके घर काम करनेवाले रहते हैं। घर में दाखिल होने के लिए चार गेट बनाए गए हैं। दो गेट दांए- बांए की गली में खुलते हैं। तीसरा गेट पुराने घर में खुलता है। चौथा मुख्य द्वार है। हर जगह सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।
मकान के मुख्य दरवाजे से काफी दूर 4 कमरों वाले आलीशान हिस्से में विकास दुबे खुद रहता था। एक कमरे में विकास का बेडरूम है तो एक में उसके पिता का। मॉड्यूलर किचन से लेकर बाथटब तक विलासिता की हर चीज मौजूद है।
घटना के बाद पुलिस ने मकान को सील कर हर हिस्से की तलाशी लेनी शुरू कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस को इसी तलाशी के दौरान यहां बंकर होने की भनक लगी।
शनिवार 3 जुलाई की सुबह तलाशी के दौरान इसका पता चला है। पुराने मकान की फर्श साधारण है और इसपर लकड़ी का तख्त रखा हुआ था। तख्त हटाने के बाद पुलिस को यह फर्श खोखला लगा। इसके बाद सन्देह होने पर पुलिस ने सघन रूप से तलाशी ली तो इसका खुलासा हुआ था।
3 जुलाई की दोपहर पुलिस ने इस घर को ढहा दिया है ताकि बंकर की थाह लगाई जा सके कि यह कहां तक है। मकान के आसपास आवागमन बंद कर दिया गया है। घर के आसपास मीडिया की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है।
1 जुलाई की देर रात उसे पकड़ने गई पुलिस टीम पर विकास और उसके गुर्गों ने अचानक अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इस फायरिंग में डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और 1 ग्रामीण सहित 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।