DM लखनऊ ने सिटी मजिस्ट्रेट को बीच चौराहे बकी गालियां तो मजिस्ट्रेट जूता लेकर चढ़ गये छाती पर
सूत्रों की माने तो गुस्से का करंट इतना था कि सिटी मजिस्ट्रेट शशि भूषण तो डीएम अभिषेक प्रकाश पर जूता ले चढ़ गए। वह तो गनीमत थी कि शशि भूषण ने अपना जूता अभिषेक प्रकाश को नहीं थमाया...
जनज्वार, लखनऊ। डीएम और सिटी मैजिस्ट्रेट को आपस में जूतम-पैजार और माँ-बहन की गालियों का सुंदर आदान-प्रदान करते कभी सुना है आपने? नहीं सुना तो तशरीफ़ लाइये अदब और नवाबों की राजधानी लखनऊ में। घटना की जगह थी इमामबाड़ा वाली भूलभुलैया के सामने रूमी दरवाजा। यहां यूपी के दो अफसर अपनी मर्यादाएं भूल गए। गाली-गलौच जमकर बमचिक और हंगामा हुआ।
दरअसल जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश और सिटी मजिस्ट्रेट शशि भूषण यहां के कोरोना वैक्सीन सेंटर पर पहुंचे थे। इसी दरमियान डीएम ने निहायत बदतमीजी के साथ सिटी मजिस्ट्रेट के साथ व्यवहार करना शुरू कर दिया। शुरुआत में तो सिटी मेजिस्ट्रेट ने शालीनता के साथ डीएम का सम्मान किया, लेकिन बाद में जब डीएम का लहजा सीमा पार जाने लगा, तो सिटी मजिस्ट्रेट ने भी अपना आपा खो दिया।
फिर क्या था, दोनों ने एक-दूसरे को मां-बहन और बेटी तक की खुली और अनावृत्त गालियां बकीं। सूत्रों की माने तो गुस्से का करंट इतना था कि सिटी मजिस्ट्रेट शशि भूषण तो डीएम अभिषेक प्रकाश पर जूता ले चढ़ गए। वह तो गनीमत थी कि शशि भूषण ने अपना जूता अभिषेक प्रकाश को नहीं थमाया, वरना डिप्टी कमिश्नर अभिषेक प्रकाश साहब को अगले कुछ बरसों तक नए जूते खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
बहरहाल, अब कलेक्ट्रेट के गलियारे में कानाफूसी चल रही है कि बड़े के बददिमाग को छोटे ने जरूरत से ज्यादा भुगतान कर दिया। वैसे, यह तक कहा जा रहा है कि लखनऊ के बड़कऊ ने अपने पूरे दौरान बदतमीजी की इम्तिहाँ कर डाली थी। सूत्रों के अनुसार डीएम अभिषेक प्रकाश की अधिकांश व्यस्तता आईआईएम रोड पर बने एक मेडिकल कालेज के स्वामी की संपत्तियों को नेस्तनाबूत करने पर रहती हैं। चर्चाएं तो इससे भी काफी दूर तक पसरी बताई जाती हैं।
फिलहाल इस पूरे मामले पर कलेक्टर अभिषेक प्रकाश ने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। लेकिन दूसरी तरफ सिटी मजिस्ट्रेट की माने तो वह लंबी छुट्टी पर चले गए हैं और उन्होंने इसकी शिकायत शासन और प्रशासन से की है। दोनों की यह लड़ाई राजनीति गलियारों से लेकर राजधानी लखनऊ में चर्चा का विषय बनी रही।
बताया जा रहा है कि डीएम जब छोटा इमामबाड़ा के दौरे पर गए तो उन्होंने वहां व्यवस्था में खामियों को लेकर नाराजगी जताई। चर्चा है कि सिटी मजिस्ट्रेट ने उनकी नाराजगी के तरीके पर आपत्ति की और इसी पर नोकझोंक हो गई। हालांकि, सिटी मजिस्ट्रेट से जब इस मामले में पक्ष जानना चाहा गया तो उनका एक फोन उठा नहीं तथा दूसरा नंबर डायवर्ट बताता रहा