सपा विधायक से नजदीकियों के दरम्यान जय बाजपेई ने बढ़ाई थी अपनी पैठ

पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई थी की जय और रजय दोनों उस समय सपा के कार्यकर्ता थे और सपा के एक विधायक के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग और ठेकेदारी का काम करते थे.....

Update: 2020-07-23 14:17 GMT

मनीष दुबे की रिपोर्ट

कानपुर। विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई और उसके भाई रजय की ब्रह्म नगर व आर्य नगर के बीच ही 14 करोड़ रुपये मूल्य की कई संपत्तियां हैं। यह खुलासा 2017 की उस फाइल से हुआ है जिसमें तत्कालीन जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह के कार्यालय में जय और रजय के खिलाफ की गई जांच की रिपोर्ट लगी है। यह फाइल कई दिनों की खोजबीन के बाद अब जाकर जिला प्रशासन के हाथ लगी है।

तब पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई थी की जय और रजय दोनों उस समय सपा के कार्यकर्ता थे और सपा के एक विधायक के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग और ठेकेदारी का काम करते थे। फाइल में लगी पुलिस रिपोर्ट में वकील सौरभ भदौरिया के हवाले से पुलिस को कई जानकारियां दी गई हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जय बाजपेई 3 साल पहले से भू-माफिया की सूची में दर्ज है।

जय बाजपेई के घर में नोट गिनने की मशीन है। जय और रजय के खिलाफ नजीराबाद, बजरिया और चौबेपुर सीसामऊ थाने में कई मुकदमे दर्ज कराए गए थे। लेकिन सपा के एक विधायक ने अपने प्रभाव का प्रयोग करते हुए जय के खिलाफ लगे मुकदमों को वापस करा दिया था। इतना ही नहीं उसके अपराधों पर पर्दा डालते हुए उस दौरान उसे शस्त्र लाइसेंस सहित पासपोर्ट भी जारी कर दिया गया था। यह फाइल अब फिर से पुलिस के पास भेजी गई है।

अब इसी फाइल के आधार पर नए सिरे से जांच शुरू होगी। तत्कालीन जांच में जो रिपोर्ट तैयार की गई है उसमें जय और रजय के नाम से नवाबगंज, पनकी, ईदगाह , बारह सिरोही कल्याणपुर, इंदिरा नगर, गुजैनी जैसे कई स्थानों पर कुल 60 करोड रुपये की प्रॉपर्टी बताई गई है। इसमें यह भी बताया गया है कि महज 4 हजार की नौकरी करने वाले जय के पास इतनी बड़ी मात्रा में प्रॉपर्टी और दौलत आखिर आई कहाँ से।

इस फाइल में यह भी बताया गया है कि जय ने अपने परिवार के सदस्यों और कई दूसरे करीबियों के नाम से बड़ी मात्रा में बेनामी संपत्ति खरीदी बनाई हैं। साथ ही लग्जरी वाहन भी खरीदे हैं। इसकी जांच उस समय खुफिया एजेंसियों से कराए जाने की भी मांग की गई थी। जय वाजपेई ने हर्ष नगर में राजकुमार पुत्र राजाराम से 16 लाख की रजिस्ट्री कराई। ब्रह्म नगर में जय ने शकुन नंदनी सोनकर से 2012 में 15 लाख रुपए में एक प्रॉपर्टी खरीदी थी।

जय बाजपेई की पत्नी श्वेता के नाम से ब्रह्म नगर में 35 लाख की एक प्रॉपर्टी वर्ष 2015 में खरीदी गई। जवाहर नगर वार्ड में गणेश शंकर बाजपेई से जैन ने 2012 में एक जमीन की रजिस्ट्री कराई। इसके अलावा केडीए की तहरीर पर जय के खिलाफ मकान की सील तोड़ कर अवैध निर्माण कराए जाने के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह मामला 2017 का है। इसके अलावा ब्रह्म नगर में ही जय ने एक प्रॉपर्टी 95 लाख रुपये में खरीदी थी। जो अब जांच के दायरे में है।

एडवोकेट सौरभ भदौरिया ने मांगी सिक्योरिटी

जयकांत बाजपेई व उसके भाई रजयकान्त बाजपेई की काली करतूतों का खुलासा करने वाले वकील एवम आरटीआई एक्टिविस्ट सौरभ भदौरिया ने अपनी जान को खतरा बताते हुये एसएसपी को पत्र लिखा है। एसएसपी को दिए गए पत्र में सौरभ भदौरिया ने अपने व परिवार की जान को खतरा बताते हुए सिक्योरिटी की मांग की है। सौरभ का कहना है कि आरोपियों के साथ कई एक आपराधिक प्रवत्ति के लोग व सफेदपोश लगे हुए हैं, जिनके खुलासे को लेकर उन्हें व उनके परिवार को जान माल का खतरा नजर आ रहा है। 

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