Jhansi News: बसपा नेताओं पर टिकट के नाम पर 25 लाख हड़पने का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच
Jhansi News: विधानसभा चुनाव नतीजों के सामने आने के बाद बहुजन समाज पार्टी के जिम्मेदार नेताओं पर गम्भीर आरोप लगने लगे हैं।
लक्ष्मी नारायण शर्मा की रिपोर्ट
Jhansi News: विधानसभा चुनाव नतीजों के सामने आने के बाद बहुजन समाज पार्टी के जिम्मेदार नेताओं पर गम्भीर आरोप लगने लगे हैं। झांसी में बसपा के गरौठा विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी रहे पर्वत पाल ने मंगलवार को झांसी पुलिस के अफसरों को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि विधानसभा टिकट देने के नाम पर पार्टी नेताओं ने उससे पच्चीस लाख रुपये लिए थे लेकिन उसे टिकट नहीं दिला सके। रुपये वापस मांगने पर उसे धमकी दी जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पार्टी फंड के नाम पर लिए रुपये
झांसी के एसपी देहात को दिए लिखित शिकायती पत्र में शिकायतकर्ता पर्वत पाल ने कहा है कि वह बहुजन समाज पार्टी का विधानसभा प्रभारी था। बसपा के बुन्देलखण्ड प्रभारी लाला राम अहिरवार और पूर्व जिलाध्यक्ष जयपाल अहिरवार ने विधानसभा गरौठा का टिकट दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपया ले लिया है। इन नेताओं ने कहा था कि रुपया पार्टी फंड में जमा करवाकर टिकट दिलवा देंगे। जब टिकट नहीं मिला तो शिकायतकर्ता ने रुपये वापस मांगे। रुपये मांगने पर दोनों नेता बहाने बनाते रहे।
रुपये वापस मांगने पर मिल रही धमकी
शिकायतकर्ता के आरोप के मुताबिक जब उसने रुपये वापस मांगे तो दोनों नेताओं ने उसे अनुसूचित जाति अधिनियम के फर्जी केस में फंसाकर जेल भिजवा देने या फिर जान से मरवा देने की धमकी दी। शिकायतकर्ता का दावा है कि उसके पास पैसे देने का रिकार्ड है। वह अपनी शिकायत लेकर जब 28 जनवरी को बड़ागांव थाने गया तो उसकी शिकायत नहीं सुनी गई। शिकायतकर्ता के आरोप के मुताबिक 14 मार्च को लाला राम अहिरवार, जयपाल अहिरवार, बसपा महानगर अध्यक्ष शानू खान एवं 3-4 अज्ञात लोग उसके घर आये व धमकी दी।
कैंसर से जूझ रहा शिकायतकर्ता
पर्वत पाल ने जनज्वार को बताया कि वह कैंसर पीड़ित है। बीमारी के कारण उसे खाने-पीने में भी तकलीफ है। लालाराम अहिरवार, जयपाल अहिरवार और शानू खान प्रभावशाली व्यक्ति हैं। गरौठा विधानसभा का टिकट दिलवाने के नाम पर पांच साल लगातार पैसा लेते रहे। कभी पांच लाख, कभी दो लाख, कभी एक लाख तो कभी पचास हज़ार। अपना मकान और जमीन बेचकर इन्हें पैसा दिया। जब 2022 का चुनाव लड़ने की बारी आई तो पहले 25 लाख, फिर 50 लाख और उसके बाद एक करोड़ रुपये मांगा। इस पर हमने मना कर दिया और अपने दिए हुए पैसे वापस मांगे। इन लोगों ने बच्चों की कसम खाई थी कि चुनाव नहीं लड़ पाए तो पैसे वापस कर देंगे। जब पैसे मांगे तो इन्होंने कहा कि प्रत्याशी से कहकर पैसे दिलवा देंगे। इस बीच मुझे कैंसर हो गया। लखनऊ से जांच होने के बाद मुम्बई में ऑपरेशन हुआ। इसके इलाज में बहुत पैसा लगता है।
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
इस पूरे मसले पर प्रतिक्रिया जानने के लिए जब जनज्वार ने बसपा नेता लालाराम अहिरवार से सम्पर्क कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। दूसरी ओर झांसी के एसपी देहात नैपाल सिंह ने बताया कि उन्हें शिकायती पत्र मिला है। इस पर सीओ सदर को जांच कर कार्रवाई करने को कहा है।