पत्रकार प्रशांत कन्नौजिया को UP पुलिस ने किया गिरफ्तार, राम मंदिर और राष्ट्रपति पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप

पुलिस का कहना है, 17 अगस्त को किया था प्रशांत कन्नौजिया ने अयोध्या राम मंदिर को लेकर विवादित पोस्ट, जिसके बाद दरोगा दिनेश शुक्ला की तहरीर पर दर्ज किया गया है मुकदमा और हुई है गिरफ्तारी

Update: 2020-08-18 10:21 GMT

photo : facebook

जनज्वार। यूपी पुलिस ने आज 18 अगस्त को पत्रकार प्रशांत कन्नौजिया को उनके दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने वाली टिप्पणियां की हैं। एफआईआर में उन पर जाति-धर्म को बांटने वाली टिप्पणी करने का आरोप है। प्रशांत पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज हुआ था।

प्रशांत कन्नौजिया को अयोध्या राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर विवादित पोस्ट करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने फ़ेक न्यूज़ से दंगे फैलाने की कोशिश की थी। दिल्ली और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें गिरफ़्तार किया है।

इस मामले में मीडिया को इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय ने बताया कि 17 अगस्त को प्रशांत कन्नौजिया के द्वारा अयोध्या राम मंदिर को लेकर विवादित पोस्ट किया गया था, जिसके बाद दरोगा दिनेश शुक्ला की तहरीर पर यह मुकदमा दर्ज किया गया।


पुलिस का कहना है कि प्रशांत ने ट्विटर पर जाति-धर्म को बांटने वाले टिप्पणी की थी, जिससे शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। गौरतलब है कि इससे पहले प्रशांत कन्नौजिया के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में 8 जून 2019 को भी केस दर्ज हुआ था। तब राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर आरोप में प्रशांत को गिरफ्तार भी किया गया था।

प्रशांत ने 16 अगस्त को एक ट्वीट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को टार्गे करते हुए लिखा था, 'कितना भी समर्थन कर लो निमंत्रण तो मिला नहीं क्योंकि वो आपको अछूत मानते हैं लेकिन आप जैसे गुलामों को भारत के इतिहास में चमचा ही कहा जायेगा। कांशीराम ने आप जैसे लोगों के लिए ही चमचा युग लिखा था। शर्म आनी चाहिए ऐसे राष्ट्रपति को। धिक्कार है।'

उनके इस ट्वीट को भी गिरफ्तारी का आधार माना जा रहा है। 

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