'योगीराज' : बेखौफ अपराधियों ने विरोध करने पर पत्रकार को मारी गोली, प्रियंका गांधी ने उठाया सवाल

पत्रकार विक्रम जोशी अस्पताल में जीवन व मौत के बीच जूझ रहे हैं। इससे एक दिन पहले उत्तराखंड में एक पत्रकार पर अपराधियों ने हमला किया था...

Update: 2020-07-21 06:40 GMT

जनज्वार। यूपी के गाज़ियाबाद में बदमाश इतने बेखौफ हो गए हैं कि वह पत्रकारों पर भी गोली चलाने से गुरेज नहीं कर रहे। गाजियाबाद में बदमाश लगातार हावी हो रहे हैं और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी है अब बदमाश पत्रकारों को भी अपना निशाना बनाने लगे हैं। पत्रकारों पर हो रही घटनाओं से कहीं ना कहीं पुलिस की कमजोरी साबित होती है, जिससे कि बदमाश इतने बेखौफ हो गए हैं जो पत्रकारों को भी निशाना बनाने लगे हैं।

दरअसल पत्रकार विक्रम जोशी ने अपनी भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस को दी थी। पुलिस ने ना उसमें कार्रवाई की और ना किसी की गिरफ्तारी ही की। इसके बाद तहरीर देने से नाराज़ बदमाशों ने सोमवार 20 जुलाई की देर रात पत्रकार को गोली मार दी। पत्रकार जिंदगी और मौत से अस्पताल में लड़ रहा है। थाना विजयनगर क्षेत्र के अंतर्गत हुई घटना के संबंध में एसपी सिटी ने बताया कि इस घटना के मुख्य आरोपी रवि सहित पांच अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है।

उक्त घटना की एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि पांच-छह बदमाश जोशी को घेरकर मार रहे हैं, तभी एक दूसरा अपराधी आता है और उनके सिर में बिल्कुल करीब से गोली मार देता है। गोली लगने के बाद जोशी जमीन पर गिर जाते हैं और बदमाश भाग जाते हैं। जिसके तुरंत बाद उनकी बेटी पास में आती है और मदद के लिए चिल्लाती है।


विक्रम जोशी का कसूर बस इतना था कि उनकी भांजी को लगातार छेड़ा जा रहा था और उन्होंने उन बदमाशों के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी। तहरीर देने से नाराज बदमाशों ने सोमवार देर रात विक्रम को गोली मार दी। विक्रम के सिर में गोली लगी है वह गंभीर हालत में गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि जो भी आरोपी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सवाल ये है कि अगर पुलिस कार्रवाई करती तो शायद विक्रम आज अस्पताल में भर्ती ना होता।

वहीं परिजनों का कहना है कि अगर विक्रम जोशी की तहरीर पर पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज यह घटना ना हुई होती। विक्रम की भांजी को लगातार छेड़ा जा रहा था बावजूद इसके पुलिस ने न कोई सुनवाई की और न ही कोई कार्रवाई ही की।

पत्रकारों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते रविवार को उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा पर भी कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। इस हमले में राजीव की आंख खराब होते होते बची थी। पत्रकार पर यह हमला उनके द्वारा सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ लगातार लिखे जाने को लेकर होना बताया जा रहा है।

गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में अब तक नौ आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसके साथ ही बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने छह पुलिस टीमें लगाई हैं। इसके साथ ही प्रताप विहार के चौकी इंचार्ज को ससपेंड कर दिया गया है।

कांग्रेस महासचिव व उत्तरप्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर गाजियाबाद की घटना पर सवाल उठाया है। उन्होंने लिखा कि एनसीआर में पड़ने वाले गाजियाबाद में एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी। इस जंगलराज में कोई भी आमजन को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा।


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