जंगलराज : यूपी के कानपुर में भूमाफिया से तंग दम्पति ने 4 मासूम बच्चों सहित खुद को लगाई आग
पीड़ित जमीन कब्जा को लेकर अधिकारियों से फोन पर गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी, आरोप है कि जमीन कब्जा के बाद आजिज आकर पीड़ित 4 मासूम बच्चों और पत्नी सहित आत्मदाह करने को विवश हो गया..
जनज्वार, कानपुर देहात। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार भूमाफियाओं पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कर रहे हैं। भले ही इसके लिए जिम्मेदारों को बार-बार आदेश दे रहे हों बावजूद इसके न तो भूमाफियाओं पर लगाम लग पा रहा है और न ही इन्हें संरक्षण देंने वालो पर ही। और तो और पीड़ितों द्वारा लाख शिकायत के बाद भी जिले के जिम्मेदार अधिकारी न तो पीड़ित को न्याय दे रहे है और न ही भूमाफिया पर कार्यवाही कर रहे है। इसी के चलते आज एक दम्पति ने अपने चार मासूम बच्चों समेत खुद को आग के हवाले कर दिया।
प्रदेश के जनपद कानपुर देहात में भूमाफिया द्वारा जमीन कब्जा करने की शिकायत पीड़ित ने जिले के जिलाधिकारी से लेकर अन्य अधिकारियों से की थी। लेकिन आरोप है कि उसे न्याय मिलना तो दूर भूमाफियाओं का अवैध निर्माण कब्जा और भी तेज हो गया। पीड़ित अधिकारियों से फोन पर गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। इस बात से आजिज आकर पीड़ित 4 मासूम बच्चों और पत्नी सहित आत्मदाह करने को विवश हो गया।
आग लगा लेने के बाद दम्पति सहित चारों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां सभी की हालत चिंताजनक बनी हुई है। आत्मदाह करने की कोशिश की सूचना पर जिले के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। आनन-फानन में मौके पर पहुची पुलिस ने खानापूर्ति शुरू कर दी है।
अधिकारियों की माने तो मामले की जांच शुरू हो गई है। पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा और उसके परिवार का बेहतर इलाज कराया जा रहा है, साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल कानपुर देहात के मूसानगर गाँव किनारे एक कब्रिस्तान है। कब्रिस्तान के बगल में बची हुई भूमि कुछ लोगों के हिस्से में है। इसी जमीन पर जलालुद्दीन के हिस्से में आने वाली भूमि पर गौसगंज निवासी विजय सोनी जबरन कब्जा करते हुए भवन निर्माण करा रहा था। जिसकी शिकायत लेकर जलालुद्दीन जिले के सभी अधिकारियों के पास पहुंचा।
लेकिन सभी ने जांच का हवाला देकर भूमाफिया पर किसी प्रकार की कार्रवाई नही की। जलालुद्दीन जब अपनी शिकायत लेकर कानपुर देहात के डीएम दिनेश चंद्र के पास पहुंचा तो जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई के आदेश तो दिए, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। और तो और भूमाफिया बेखौफ होकर निर्माण कार्य करते रहे।
कल बुधवार 27 जनवरी की देर रात तक भी पीड़ित अधिकारियो से गुहार लगाता रहा लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था जिसके बाद आज पीड़ित ने अपनी पत्नी और 4 बच्चों के साथ आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। सभी गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां सभी की हालत नाजुक बनी हुई है।
मामले में मूसानगर पुलिस ने भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई नही की, जिस अन्याय से तंग आकर जलालुद्दीन ने कब्जा हो रही भूमि पर जाकर निर्माणाधीन भवन की छत पर अपने पूरे परिवार के साथ आग लगा ली। हालांकि सभी को बचाने में सफलता तो प्राप्त कर ली गयी है, लेकिन जलालुद्दीन की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं उसके छोटे छोटे मासूम बच्चे और पत्नी भी बुरी तरह झुलस गए हैं। जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।