कानपुर : हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए 100 टीमें कर रही छापेमारी, चाचा के घर पर भी दबिश

दुर्दांत अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी यूपी पुलिस के लिए मुश्किल भरा काम साबित हो रहा है। 100 टीमें उसकी तलाश में लगी हुई हैं...

Update: 2020-07-04 05:30 GMT

गैंगस्टर विकास दुबे. File Photo. 

जनज्वार। कानपुर के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकड़ना उत्तरप्रदेश की पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। उसकी तलाश में 100 पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं, लेकिन वह पुलिस की पकड़ से अबतक बाहर है। विकास दुबे ने दो व तीन जुलाई की मध्यरात्रि कानपुर देहात स्थित अपने गांव बिकरू आई पुलिस की टीम पर अपने गुंडों के साथ हमला कर दिया था। इस घटना में आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे और पांच अभी भी गंभीर हालत में हैं।

विकास दुबे को पकड़ने के लिए एसटीएफ का गठन किया गया है और उसकी टीमें लगातार कई जगह पर छापेमारी कर रही हैं। उसका सुराग देने वाले को उत्तरप्रदेश पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम देने का भी ऐलान किया है। वहीं, शहीदों के परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक करोड़ रुपये देने की बात कही है और कहा है कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

एसटीएफ ने विकास दुबे का सुराग पाने के लिए गांव में उसके घर पर छापा मारा और मोबाइल फोन बरामद किए जिसकी जांच चल रही है। कानपुर देहात पुलिस ने उसके चाचा ब्रजकिशोर दुबे के घर पर भी छापेमारी की है। उसके चाचा का घर रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र के रसूलाबाद कस्बे में है।

उधर, उसकी मां ने कहा है कि उनके बेटे ने बहुत बुरा किया है, पुलिस उसे सरेंडर के लिए कहे और अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे गोली मार दे। उसकी मां ने यह भी कहा है कि राजनीति ने सबकुछ बर्बाद कर दिया। उनके अनुसार, राजनीतिक आकाओं की वजह से उनके घर-परिवार में सबकुछ तबाह हो गया है। 

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