बिकरू के डॉन विकास दुबे की पत्नी दोनों बेटों सहित ED के सामने हुईं पेश, सामने आयी 54 संपत्तियों की लिस्ट
विकास दुबे के खातों की फोरेंसिक जांच में खुलासा हुआ है कि कुछ लोगों ने उसके साथ महज कुछ घण्टों के भीतर ही लाखों रुपयों का लेनदेन किया। खाते में पैसा जमा होते ही 48 घंटे में निकल गया। हमले की रात यानी 3 जुलाई से पहले विकास के खातों से पैसा निकला और केवल 70 हजार रुपए की रकम छोड़ी गई। विकास दुबे की काली कमाई की तलाश कर रही ईडी की टीम को उसके खातों से कई सुराग मिले हैं।
जनज्वार, लखनऊ। कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी डॉन विकास दुबे के मरने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ने कुख्यात माफिया की आर्थिक कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। ईडी विकास के साथियों और फाइनेंसर्स तक पहुंचने में दिन-रात एक कर रही है। 3 अक्टूबर को ईडी को कुछ अहम सबूत मिले थे, जिसे लेकर ईडी विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे से पूछताछ कर रही है।
इसी सिलसिले में आज, 21 अक्टूबर को ऋचा दुबे को ईडी दफ्तर में तलब किया गया था, जहां वो अपने दोनों बेटों के साथ पहुंची थी। लखनऊ के ईडी दफ्तर पहुंचने के दौरान ऋचा दुबे के साथ उनके एक पारिवारिक मित्र और एक वकील भी मौजूद रहे।
इससे पहले एसआइटी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण को उन 54 लोगों की सूची सौंपी है, जिनके नाम पर विकास दुबे ने लखनऊ में संपत्तियां खरीदी थीं। इनमें विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे, दोनों बेटों, बहू, मां सरला दुबे, देवी प्रसाद दुबे, विकास के पिता रामकुमार दुबे तथा देवी प्रसाद दुबे के नाम शामिल हैं। इससे पहले विकास के कैशियर कहे जाने वाले जय बाजपेयी से भी पुलिस विकास की संपत्ति के बारे में जानकारी इकट्ठा कर चुकी है।
एसआईटी द्वारा सौंपी गई इस लिस्ट में परिवार के साथ अन्य लोगों के भी नाम हैं। इनमें से काफी लोग विकास दुबे के काले कारोबार से भी जुड़े हो सकते हैं। एसआईटी को करीब 150 बीघा का फॉर्म हाउस, 12 घर और 21 फ्लैट्स का पता चला है। एसआइटी लखीमपुर में भी विकास दुबे की संपत्तियों का पता लगा रही है।
विकास दुबे के खातों की फोरेंसिक जांच में खुलासा हुआ है कि कुछ लोगों ने उसके साथ महज कुछ घण्टों के भीतर ही लाखों रुपयों का लेनदेन किया। खाते में पैसा जमा होते ही 48 घंटे में निकल गया। हमले की रात यानी 3 जुलाई से पहले विकास के खातों से पैसा निकला और केवल 70 हजार रुपए की रकम छोड़ी गई। विकास दुबे की काली कमाई की तलाश कर रही ईडी की टीम को उसके खातों से कई सुराग मिले हैं।
विकास के पंजाब नेशनल बैंक शिवली एकाउंट की पड़ताल से खुलासा हुआ है कि कुछ ऐसे लोग भी थे, जो कभी सामने नहीं आए लेकिन विकास की काली कमाई को मैनेज करते रहे। इसमें कुछ लोगों के नाम और 2 फर्म का भी नाम ईडी के हाथ लगा है। शिवली में विकास का पीएनबी में लॉकर भी था।