कानपुर इनकाउंटर : इस पुलिस अधिकारी ने बताई विकास दुबे की गुंडागर्दी की कहानी
विकास दुबे के गुंडागर्दी की कहानी परत दर परत सामने आ रही है। उसके लोगों के साथ घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारी के बयान भी उसके खिलाफ ठोस आधार बनेंगे...
जनज्वार। दो-तीन जुलाई की मध्यरात्रि हुए कानपुर इनकाउंट मामले में नए खुलासे हो रहे हैं और ऐसे तथ्य सामने आ रहे हैं, जो गैंगस्टर विकास दुबे के खिलाफ केस को मजबूत बनाएंगे। इस मामले में बिठूर थाना के घायल एसएचओ कौशलेंद्र कुमार का रविवार को बयान आया है। कौशलेंद्र कुमार ने कहा है कि हमारी टीम 12.30 बजे विकास दुबे के गांव बिकरू छापामारी के लिए रवाना हुई। हमलोगों ने उसके घर के पास पहुंचने पर अपनी कार पार्क कर दी और पैदल चल कर उसके घर की ओर जा रहे थे, तभी हम पर उंची जगह से गोलियां चलाई गईं।
उन्होंने कहा कि जब हम जा रहे थे तो एक जेसीबी पहले से वहां रास्ते पर था और जब उसके घर के करीब पहुंचे तो हमारी टीम पर फायरिंग शुरू कर दी गई। हम उन्हें देख नहीं पाये लेकिन वे एक ऊंची जगह से ऐसा कर रहे थे, जहां से हमें साफ तौर पर देख सकते थे।
Our team left at around 12:30 am that night (the intervening night of 2&3 July) to conduct raid (at Vikas Dubey's residence). We parked our cars near the site of raid & started walking towards his house: Kaushalendra Pratap, Bithoor SHO. (1/2) #KanpurEncounter pic.twitter.com/NtM166QYrl
— ANI UP (@ANINewsUP) July 5, 2020
पुलिस ने इससे पहले विकास दुबे के करीबी दयाशंकर अग्निहोत्री को जिंदा पकड़ने में कामयाबी पाई और उससे राज उगलवा रही है। दयाशंकर खुद भी एक अपराधी है और घटना के वक्त विकास दुबे के घर पर था। उसने कहा है कि पुलिस थाने से विकास के पास फोन आया था, जिसके बाद उसने 25-30 लोगों को अपने घर पर बुला लिया।
विकास दुबे के घर से पुलिस ने हथियार सहित दो किलो विस्फोटक भी बरामद किया है। वह अपने घर पर बम बनाता था और उसका हमले में उपयोग किया जाता था। कानपुर देहात के एसपी बीके श्रीवास्तव ने कहा है कि जब्त किए गए हथियार उसके सहयोगियों के नाम पर हैं, लेकिन इनका उपयोग विकास खुद करता था।
Huge cache of arms&ammunition recovered from the residence of Vikas Dubey, during search. Some of the weapons recovered are licensed under names of people associated with him, but they were used by Vikas. The mode of his conduct is that of a naxal: BK Srivastava, SP Kanpur Rural pic.twitter.com/5aM4ha9Oph
— ANI UP (@ANINewsUP) July 5, 2020
उधर, विकास दुबे की पुलिस तलाश कर रही है और छापेमारी चल रही है। उसकी शिनाख्त के लिए पुलिस ने जगह-जगह उसके पोस्टर भी चिपकवाये हैं। उन्नाव टोल प्लाजा पर भी ऐसे ही पोस्टर चिपकाये गए हैं।
Three vehicles have been found in Kakadeo area (Kanpur) and one vehicle in Auraiya. An investigation is underway to ascertain whether these vehicles are linked to the case: Kanpur IG Mohit Agarwal on Kanpur encounter in which 8 policemen lost their lives pic.twitter.com/9ghFGwUSiR
— ANI UP (@ANINewsUP) July 5, 2020
विकास के भाई ने हड़प ली थी कार
विकास दुबे ही नहीं उसका भाई दीप प्रकाश भी गुंडागर्दी किया करता था। लखनऊ में शनिवार को दीप प्रकाश के घर से बरामद की गई कार एक युवक ने हड़पी गई थी। इस मामले में पीड़ित युवक विनीत पांडेय ने विकास दुबे और उसके भाई के खिलाफ धोखाधड़ी, जान से मारने की धमकी देने, गाली गलौज करने और रंगदारी मांगने सहित विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस मामले की पुलिस पड़ताल कर रही है।