गैंगस्टर विकास दुबे : मंत्री संतोष शुक्ला की हत्या की फाइल खोलेगी पुलिस, नेपाल बाॅर्डर पर भी अलर्ट
विकास दुबे के पुराने अपराधों की फाइल अब उत्तरप्रदेश पुलिस खोल सकती है ताकि उसके खिलाफ आरोपों को और पुख्ता किया जा सके...
जनज्वार। कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे की उत्तरप्रदेश पुलिस सरगरमी से तलाश कर रही है। राज्य के सभी 75 जिलों की पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के लिए अलर्ट पर रखा गया है। उसके पहले के अपराधों पर अगर ठीक ढंग से कानूनी कार्रवाई हुई होती तो दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात पूरी पुलिस टीम पर उसके गुंडों द्वारा हमले व आठ की हत्या जैसे हालात नहीं बनते। ऐसे में उत्तरप्रदेश पुलिस उसके पुराने अपराधों की फाइल खोलने की तैयारी में है।
इसमें सबसे खास है उसके द्वारा 2001 में थाने में घुस कर राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या करना। विकास दुबे ने 12 अक्तबूर 2001 को थाने में घुसकर भाजपा नेता व राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त संतोष शुक्ला को गोली मार दी थी। इसकी वजह थी उसकी पुरानी राजनीतिक अदावत। विकास दुबे बसपा के नेता हरिकृष्ण श्रीवास्तव के लिए काम करता था, उनके विजय जुलूस में संतोष शुक्ला से उसकी झड़प हुई थी।
यह 1996 की बात है। चौबेपुर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में श्रीवास्तव से संतोष शुक्ला हार गए थे। हरिकृष्ण श्रीवास्तव का विजय जुलूस निकला तो संतोष शुक्ला से विवाद हो गया। विवाद की गांठ विकास दुबे के मन में पड़ गई।
विकास दुबे इस मामले में मुख्य आरोपी होने के बाद भी गवाह नहीं होने की वजह से निचली अदालत से बरी हो गया था। बसपा सरकार ने इस मामले में निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाइकोर्ट में अपील नहीं की। डीजीपी एचसी अवस्थी ने संकेत दिया है कि सरकार उसके इस पुराने अपराध से जुड़े मुकदमे को फिर से शुरू करने की तैयारी में है।
उधर, उसकी तलाश में पुलिस अब भी लगातार अभियान चला रही है लेकिन वह पकड़ से बाहर है। नेपाल बाॅर्डर पर भी अलर्ट कर दिया गया है ताकि वह भागने न पाये।