विकास दुबे का खजांची जय वाजपेयी निकला जालसाज, भाजपा विधायक के नाम का लगाया था गाड़ी में फर्जी पास

जय वाजपेयी को हाल में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फर्जी वीवीआइपी पास बनाने के तार कहां तक फैले हैं...

Update: 2020-07-23 03:44 GMT

जनज्वार। कानुपर के मारे गए कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का खजांची कहा जाने वाला जय वाजपेयी का एक फर्जी कारनामा सामने आया है। वह अपनी लक्जरी गाड़ी में भाजपा के एक विधायक का फर्जी पास लगाकर घूमता था। पुलिस ने उस पास को नकली बताते हुए जांच शुरू की है।

जय वाजपेयी को हाल ही में लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर 2-3 जुलाई की मध्य रात्रि बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के पहले विकास दुबे को रुपये व 25 कारतूस देने का तो आरोप है ही, अब यह बात भी सामने आयी है कि वह अपनी फारच्यूनर गाड़ी में एटा के अलीगंज के भाजपा विधायक सतपाल सिंह राठौर के नाम का फर्जी पास लगाकर घूमता था। उस पास का क्रमांक - 0828 है। विधायक ने कहा कि उनके पास उनकी गाड़ी में यह पास लगा है।

वहीं, कानपुर पुलिस ने भी बयान जारी कर पास को फर्जी बताया है और मामले की जांच किए जाने की बात कही है। कानपुर पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि इस मामले में जय वाजपेयी और राहुल सिंह पर काकादेव थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने कहा कि जांच में डाॅक्यूमेंट कूट रचित है। इस मामले में धारा 420 व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि जय वाजपेयी व उसके साथी राहुल के खिलाफ मुकदमा कर जांच की जा रही है कि किसके सहयोग से उन्होंने यह पास बनाया और इसमें कोई और तो शामिल नहीं है।

जय वाजपेयी विकास दुबे के इनकाउंटर में मारे जाने के बाद इस पूरे मामले का सबसे अहम कड़ी माना जा रहा है। उसे विकास दुबे का सबसे बड़ा राजदार बताया जा रहा है, जो उसकी काली कमाई को बाजार में मोटे ब्याज पर निवेश करता था। छह-साल पहले तक कुछ हजार की मामूली नौकरी करने वाला आज करोड़ों का मालिक है, उसने कई कारोबार खड़े कर लिए हैं।

विकास दुबे के लिए वह पुलिस को मैनेज करने का काम करता था। अपने कई सारे घरों में पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को वह रखता था, जिससे उसे मदद मिलती थी।

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