कानपुर में सिपाही के पति का खतरनाक कारनामा, मकान मालिक की पत्नी को 2 बच्चों समेत पेट्रोल से फूंका, खुद ट्रक से टकराया

मकान मालिक की बीवी को 2 बच्चों समेत जलाने वाले आरोपी के बारे में परिजनों का कहना है महिला के परिजनों का कहना है आरोपी से उनका कोई विवाद नहीं था, वह शांत रहता था, ऐसे में आखिर उसने बच्चों समेत महिला को आग क्यों लगाई, इसका खुलासा शायद जांच के बाद ही पता चलेगा...

Update: 2021-03-01 03:50 GMT

मनीष दुबे की रिपोर्ट

जनज्वार, कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में देर रात एक महिला सिपाही के पति ने खतरनाक खूनी कारनामे को अंजाम दे डाला। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस वारदात में महिला सिपाही के पति ने अपने सभासद मकान मालिक को उसकी पत्नी और दो बच्चों समेत जिंदा पेट्रोल डालकर फूंक दिया। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, खबर लिखे जाने तक मिले इनपुट के मुताबिक इलाज के दौरान एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है।

जितेंद्र कानपुर देहात के अकबरपुर नगर पंचायत नेहरू नगर में अपनी पत्नी अर्चना और दो बच्चों सहित रहते हैं। जितेंद्र इस वार्ड से निगम पार्षद भी हैं। जितेंद्र के मकान में महिला सिपाही उषा और उसका पति अविनाश किराए पर रहता है। कल 28 फरवरी की देर रात अविनाश ने अपने मकान मालिक की पत्नी अर्चना और उसके दो बच्चों को पेट्रोल डालकर उस समय आग लगा दी, जब अर्चना किचन में खाना बना रही थी।

इस दौरान उसके दोनों बच्चे भी पास में बैठे थे। तभी आरोपी अविनाश ने किचन में पेट्रोल डालकर तीनों को आग के हवाले कर दिया। तीनों को गंभीर अवस्था में कानपुर सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

अर्चना के ससुर कैलाश यादव भी पुलिस से रिटायर हैं। उनके मकान में ही सब किरायेदारी पर रहते थे। कैलाश यादव का कहना है, मेरी बहू अर्चना खाना बना रही थी, तभी सिपाही उषा के पति ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। वह हमारे यहां किरायेदार था, क्यों आग लगाई पता नहीं। मेरी बहु और दो मासूम बच्चे जल गए है, बेटी अक्षिता की मौत हो गई है।

वहीं दूसरी तरफ महिला को आग लगाने के बाद आरोपी अविनाश भागते समय हाईवे पर ट्रक से टकरा गया। जिससे वह भी बुरी तरह घायल हो गया है। सभी घायलों को कानपुर के हॉस्पिटल में लाया गया है महिला और उसके बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसमें अक्षिता की मौत हो गई, आरोपी को भी इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

एसपी कानपुर देहात केशव चौधरी ने जनज्वार से हुई बातचीत में बताया कि आरोपी ने खाना बनाते समय पेट्रोल फेंककर आग लगाई है। वो महिला का किरायेदार था, जो महिला सिपाही उषा का पति है। उसका भी एक्सीडेंट हो गया है। घटना का स्पष्ट कारण तो अभी पता नहीं चल सका है। वैसे पता चला है की आरोपी दो तीन दिन से कुछ डिप्रेशन का शिकार था सभी घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। एसपी का ये भी कहना है जब यह घटना हुई उस समय महिला सिपाही थाने में डयूटी पर थी।

इस घटना में एक मासूम बच्ची की मौत हो गई है, लेकिन सबसे बड़ी रहस्य की बात जो बनी हुई है वह यह कि महिला के परिजनों का कहना है आरोपी से उनका कोई विवाद नहीं था। वह शांत रहता था। ऐसे में आखिर उसने बच्चों समेत महिला को आग क्यों लगाई, इसका खुलासा शायद जांच के बाद ही पता चलेगा।

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