Kanpur News: रियल एस्टेट कारोबारी के घर पर आयकर का छापा, घनाराम इन्फ्राटेक कंपनी से है कनेक्शन
Kanpur News: आयकर विभाग ने बुधवार सुबह कानपुर शहर के कल्याणपुर के नवशील धाम में रहने वाले रियल एस्टेट कारोबारी राकेश यादव के घर पर छापा मारा है। इस कार्यवाही के बाद कारोबारियों में हडकंप मच गया।
Kanpur News: रियल एस्टेट कारोबारी के घर पर आयकर का छापा, घनाराम इन्फ्राटेक कंपनी से है कनेक्शन
Kanpur News: आयकर विभाग ने बुधवार सुबह कानपुर शहर के कल्याणपुर के नवशील धाम में रहने वाले रियल एस्टेट कारोबारी राकेश यादव के घर पर छापा मारा है। इस कार्यवाही के बाद कारोबारियों में हडकंप मच गया। रियल एस्टेट कारोबारी शहर के नवशील धाम में मकान नंबर A 77 में रहते हैं। उनके घर पर आयकर टीम रियल एस्टेट कंपनी से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है।
राकेश यादव का रीयल एस्टेट, प्लास्टिक फैक्ट्री, जींस निर्माता, छपाई कारोबार सहित कई प्रतिष्ठान हैं। आयकर विभाग की टीम उनके आवास, कारगिल पैट्रोल पंप, बर्रा स्थित उनकी फैक्ट्री, उन्नाव स्थित फैक्ट्री व दिबियापुर की प्लास्टिक फैक्ट्री में छापा मारकर कार्रवाई कर रही है।
आयकर विभाग को घनाराम इन्फ्रा कंपनी द्वारा फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीनों का बैनामा कराने के नाम पर धांधली की शिकायत मिली थी। इसी मामले में आयकर विभाग ने कंपनी के कानपुर, लखनऊ, दिल्ली, झांसी समेत कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है। घनाराम इंफ्रा कंपनी दिल्ली में पंजीकृत है और इसमें बिशन सिंह, श्याम सुंदर सिंह, धनाराम और गुलराज कौर निदेशक मंडल में हैं।
राकेश यादव की कंपनी का भी संबंध घनाराम इन्फ्राटेक कंपनी से होने की जानकारी सामने आई है। इसके चलते आयकर विभाग की एक टीम ने सुबह से राकेश के घर पर छापा मारकर जांच शुरू कर दी है।
झांसी स्थित घनाराम इंफ्रा में राकेश यादव साझेदार के रूप में हैं। आयकर विभाग की टीम आज सुबह इन सभी स्थानों पर एक साथ पहुंची और कार्रवाई शुरू की है। नवशील धाम में करीब पांच साल पहले राकेश रहने आए थे। इससे पहले वह एक बड़े कारोबारी के फ्लैट में रहते थे, जिनका देश में केबल नेटवर्क का कारोबार है।
इन कारोबारी की दिबियापुर में प्लास्टिक फैक्ट्री है, जिसमें सीमेंट और खाद की बोरियां बनती हैं। उन्नाव में जींस का कारखाना है। कारगिल पैट्रोल पंप बर्रा के पास छपाई का कारखाना भी है। आयकर विभाग ने इन सभी स्थानों को जांच के दायरे में लिया।
राकेश की बिठूर क्षेत्र में भी संपत्ति होना बताया गया। लोगों की मानें राकेश के रीयल एस्टेट कारोबार में राजनीति से जुड़े कई लोगों का धन लगा है। राकेश यादव ने कानपुर नगर निगम में कई सालों तक ठेकेदारी की है।