न्यूज चैनल के एंकर की साथियों सहित गिरफ्तारी और जमानत पर सवालों के घेरे में कानपुर पुलिस
मंगलवार 11 मई की इस घटना के बाद गिरफ्तार एंकर अश्वनी जैन ने बुधवार जमानत मिलने के बाद शोसल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है। जिसमें अश्वनी ने बरनॉल दिखाकर गुमनाम लोगों पर निशाना साधा है। वो लिखते हैं कि 'जली क्या? जली हो तो लगा लें....जनहित में जारी...
जनज्वार, कानपुर। यूपी के कानपुर में एक लोकल चैनल के एंकर को क्राईम ब्रांच सहित पनकी पुलिस ने ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने के आरेप में गिरफ्तार किया था। मामले में अब खबर है कि पुलिस ने एंकर सहित चारों आरोपियों को धाराओं में खेल करते हुए थाने से ही जमानत दे दी है।
दरअसल कानपुर पुलिस ने कल एक प्रेसनोट जारी करते हुए दावा किया था कि ऑक्सीजन की कालाबाजारी के आरेप में चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। एंकर, कैमरामैन सहित गिरफ्तार चार युवकों को पुलिस ने अपनी प्रेसनोट में बाकायदा अभियुक्त बताया था। इस प्रेस नोट में बाकायदा पुलिस उपायुक्त सलमान ताज पाटिल का बयान भी चस्पा किया गया था।
बता दें कि क्राईम ब्रांच की टीम ने मंगलवार 11 मई को एंकर अश्वनी जैन, उसका भाई रिषभ जैन, कैमरामैन अभिषेक तिवारी सहित प्रदीप बाजपेई को अरेस्ट किया था। पुलिस ने इनके पास से 10 ऑक्सीजन सिलिंडर भी बरामद करने का दावा किया था। पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया था कि 'कालाबाजारी की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार खुद ही ऑक्सीजन सिलिंडरों की कालाबाजारी में लिप्त मिले। भारत एटूजेड न्यूज चैनल के एमडी व एंकर अश्वनी जैन को क्राईम ब्रांच ने दिखाया जेल का रास्ता।'
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मंगलवार रात ही सभी युवकों को थाने से ही जमानत दे दी। इस जमानत के बाद शोसल मीडिया पर मैसेज भी पेस्ट किए गए जिसमें कहा गया है कि पुलिस को मजबूर होकर एंकर अश्वनी और उसके साथियों को छोड़ना पड़ा है। अश्वनी और उसके साथियों की तरफ से शोसल मीडिया पर पोस्ट किए गए मैसेजों में कहा गया है कि उसे निर्दोष फंसाया गया है। जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मंगलवार 11 मई की इस घटना के बाद गिरफ्तार एंकर अश्वनी जैन ने बुधवार जमानत मिलने के बाद शोसल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है। जिसमें अश्वनी ने बरनॉल दिखाकर गुमनाम लोगों पर निशाना साधा है। वो लिखते हैं कि 'जली क्या? जली हो तो लगा लें....जनहित में जारी।' एंकर की यह पोस्ट उनके विरोधियों सहित पुलिस से भी जोड़कर देखी जा रही है। क्योंकि इस मामले में पुलिस ने भी ठीक तरह अपनी भूमिका का निर्वहन नहीं किया है।
इससे पहले भारत एटूजेड चैनल के एक संवाददाता जहीर खान ने जनज्वार से फोन पर बात करते हुए बताया था कि अश्वनी और उसके परिवार का ऑक्सीजन सिलिंडर का पुराना व्यवसाय है। किसी ने अपनी जलन पूरी करने के लिए अश्वनी को बिलाबजह फंसाया है। साथ ही बताया गया कि अश्वनी के पिता और छोटा भाई सिलिंडर का काम करते हैं वह तो कभी जाता भी नहीं।
रिपोर्टर जहीर खान की बात अगर सही है तो पुलिस को इस मामले में निष्पक्ष तौर पर जांच करनी चाहिए थी। लेकिन पुलिस ने एंकर सहित चार लोगों को गिरफ्तार करते हुए प्रेस नोट जारी कर दिया। अपनी पीट खुद ही ठोंकते हुए पुलिस ने सभी को अभियुक्त बताकर जेल भेज देने की बात कही। लेकिन बाद में सभी को थाने से ही जमानत दे दी गई, जिसपर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।