UP : कासगंज में सिपाही की हत्या के मुख्य आरोपी मोती की मां को अरेस्ट कर पुलिस ने भेजा जेल, मोती अभी भी पकड़ से दूर

पुलिस का कहना है कि जब मोती और उसके साथियों ने पुलिस कांस्टेबल देवेंद्र सिंह जसावत को मौत के घाट उतारा और एसआई को बुरी तरह पीटकर फेंका था, तब मोती की मां घटनास्थल पर मौजूद थी, उसने न केवल हत्यारोपी बेटे और उसके साथियों को हमला करने के लिए उकसाया, बल्कि लाठी-डंडे और भाले भी लाकर दिए.....

Update: 2021-02-13 05:00 GMT

सिपाही हत्या का आरोपी मोती और पुलिस की गिरफ्त में उसकी मां 

जनज्वार, कासगंज। यूपी के कासगंज में बिकरू कांड की तरह पुलिसवालों को शराब माफिया ने अपना निशाना बनाया था। इस कांड में रैकी करने गये एक एसआई को बुरी तरह पीटकर फेंक दिया गया और दूसरे ​कांस्टेबल देवेंद्र सिंह जसावत को अगवा करके ले गये थे, जो बहुत बुरी हालत में बरामद हुआ था और अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। अभी तक इस कांड का मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है। अब पुलिस ने मुख्य आरोपी मोती की मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

गौरतलब है कि 9 फरवरी की शाम को कासगंज में सिढ़पुरा नगला भिकारी और नगला धीमर क्षेत्र की कालीनदी की कटरी में शराब माफिया के इस हमले में सिपाही देवेंद्र के शहीद होने के बाद से पुलिस मुख्य आरोपी मोती सिंह की सरगर्मी से तलाश कर रही है। अब तक पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 6 टीमें बनाई हैं, मगर अभी तक मोती पुलिस की पकड़ से दूर है। मोती पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया जा चुका है।

पुलिस का कहना है कि जब मोती और उसके साथियों ने पुलिस कांस्टेबल देवेंद्र सिंह जसावत को मौत के घाट उतारा और एसआई को बुरी तरह पीटकर फेंका था, तब मोती की मां घटनास्थल पर मौजूद थी। उसने न केवल हत्यारोपी बेटे और उसके साथियों को हमला करने के लिए उकसाया, बल्कि लाठी-डंडे और भाले भी लाकर दिए।

सीओ पटियाली गवेन्द्र पाल गौतम ने आरोपी मोती की मां की गिरफ्तारी के बाद बताया कि मोती की मां सियारानी उर्फ रूपवती घटना के बाद पुलिस को चकमा देकर फरार थी। शुक्रवार 12 फरवरी के दिन वह सरावल कस्बा के निकट यात्री प्रतीक्षालय में बैठी थी।

पुलिस को उसके मौजूद होने की जानकारी मिली, जिसके बाद घेराबंदी कर सियारानी को हिरासत में लिया गया। पुलिस टीम सियारानी को थाने लेकर गई। थाने में पूछताछ करने पर उसने घटना की जानकारी दी। सीओ गवेन्द्र पाल के मुताबिक सियारानी का पूरा परिवार अवैध शराब के काम मे लिप्त था। परिवार सहित इस काम मे घर की महिलाएं भी शामिल थीं।

महिला ने घटना के दौरान आरोपियों को उकसाने का काम किया था, जिसमें सिपाही देवेंद्र कुमार की हत्या कर दी गई और एसआई अशोक कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। सीओ के मुताबिक सियारानी को जेल भेज दिया गया है।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद सिपाही देवेंद्र कुमार के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की थी। जिसके बाद शासन के निर्देशों के मुताबिक शहीद सिपाही की पत्नी के खाते में 40 लाख रुपये और पिता के खाते में 10 लाख रुपये की धनराशि भेजी गई है।

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