Kisan Andolan: फिर से शुरू हो रहा है किसान आंदोलन! संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप

Kisan Andolan: किसान आंदोलन खत्म होने के करीब एक महीने बाद संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) एक बार फिर सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। शनिवार को आयोजित एक अहम बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि 'पिछले महीने 11 तारीख को हमने आंदोलन खत्म किया था,

Update: 2022-01-15 14:20 GMT

संयुक्त किसान मोर्चा का एलान- PM मोदी के पंजाब दौरे का विरोध करेंगे किसान

Kisan Andolan: किसान आंदोलन खत्म होने के करीब एक महीने बाद संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) एक बार फिर सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। शनिवार को आयोजित एक अहम बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि 'पिछले महीने 11 तारीख को हमने आंदोलन खत्म किया था, लेकिन सरकार ने आज तक MSP पर कमेटी नही बनाई, हरियाणा को छोड़ कर सरकार ने न मुकदमे वापस लिए, 31 तारीख को हम सरकारी दफ्तरों के सामने वादा खिलाफी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने ये भी कहा कि- सरकार ने अभी तक मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नही किया है। जबकि SIT की रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है, लेकिन सरकार इसके बावजूद उसे बचा रही है। हमारे लोगों पर गाड़ियां चढ़ाई गई और हमारे साथियों को ही 302 के तहत मुलजिम बनाया। हमारे साथियों को रौंदा गया, और 302 लगाकर हमारे साथियों को फंसाया गया है।

एसकेएम ने पत्रकारों से हुई बातचतीत में आगे कहा, '3 दिन के दौरे पर राकेश टिकैत लखीमपुर के दौरे पर जा रहे हैं। वे वहां पीड़ितों से और अधिकारियों से मिलेंगे। हमारे संयुक्त किसान मोर्चा के लोग उनके साथ जाएंगे और जब तक न्याय नही मिलेगा हम वहां मोर्चा जारी रखेंगे।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव ने युद्धवीर सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, '23,24 फरवरी को मजदूर लोगों के लिए उनके साथ बंद में हम समर्थन देंगे। संगठन से जो हमारे साथी राजनीति में गए है, हमने 13 महीने तक किसी नेता को नही आने दिया, लेकिन जो साथी गए है वे जल्दबाजी में गए हैं, और जो-जो संगठन से राजनीति में गए है उनसे संयुक्त किसान मोर्चा के साथ कोई संबंध नही रहेगा

सिंह ने आगे कहा, 'सवा महीने तक हमने इंतजार किया हमने आंदोलन को स्थगित किया। लेकिन MSP बिल पर कुछ नही हुआ पूरे देश भर में केस दर्ज हैं। रेल रोको मामले में केस दर्ज हैं। उसके बावजूद केस वापस नही लिए गए तमिलनाडु-केरला कही भी केस वापस नहीं हुए। हमारे 12 किसानों को जेल में डाला गया। इस सरकार ने वादा खिलाफी की है। इसलिए 31 जनवरी से हर जिला स्तर तहसील स्तर पर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। दिल्ली में भी प्रदर्शन होगा।

वहीं, इस बारे में राकेश टिकैत ने बयान जारी कर कहा है कि हम 21 तारीख को जाएंगे किसान पीड़ित परिवार से जाकर लखीमपुर खीरी में मिलेंगे आगे की रणनीति वहीं तय करेंगे। उन्होंने कहा, 'हम मिशन UP पर जा रहे हैं। कल इलाहाबाद जाएंगे। फिर 21 तारीख को लखीमपुर खीरी जाएंगे पीड़ित परिवारों से किसानों से और अधिकारियों से मिलेंगे । हम किसी को नुकसान पहुचाने नहीं, हम अपनी बात रखने जा रहे हैं। हम कोई UP में जाकर राजनीति नही करने वाले न राजनीति हम करते हैं। हम किसानों की बीच जाकर अपनी बात रखेंगे।'

टिकैत ने आगे जोड़ा, '31 तारीख का एक प्रोग्राम पूरे देश भर में है। उसके बाद पूरे UP का दौरा करेंगे। 4 महीने बाद बताएंगे अभी वो लोग चुनाव लड़ रहे हैं, लड़ें, राजनीति करें। लखीमपुर खीरी जाएंगे, अड्डा वहां जमाएंगे, क्या करेंगे यहां की तरह वह जाकर ही बता पाएंगे तारीख समय डेट स्थिति क्या रहेगी, जाकर ही पता चलेगा। हम UP में नुकसान और फायदे के लिए नहीं जा रहे। हम किसान के मुद्दे को लेकर जा रहे हैं। राजनीति से हमारा कोई मतलब नहीं ।' इस मौके पर टिकैत ने राजनीतिक दलाों से जुड़े संगठनों से अपील करते हुए कहा है कि- जो हमारे साथ वाले संगठन यूनियन राजनीति से जुड़े है वो हमारे साथ अप्रैल तक न आएं। 

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