Lalitpur Gang Rape : मौसी और वर्दी के खौफ से बाहर नहीं निकल पाई है मासूम किशोरी, जुल्म की बताई ऐसी दास्तां जिसे आप सुन नहीं सकते

Lalitpur Gang Rape : ललितपुर गैंगरेप कांड की पीड़ित किशोरी का अपनों ने ही भरोसा तोड़ा है। सगी मौसी, उसका बेटा चंदन और खाकी वर्दी वाले का चर्चा होते ही वो खौफ में आ जाती है।जुल्म की इंतहा के बारे में पूछने पर वह फफककर रो पड़ती है और कुछ नहीं बोल पाती है।

Update: 2022-05-08 02:05 GMT

Lalitpur rape case : योगी आदित्यनाथ के रामराज में ललितपुर गैंगरेप कांड ( lalitpur Gang Rape ) पूरे सिस्टम पर एक ऐसा दागदार सवाल जिसका जवाब यूपी सरकार ( UP Government ) के पास नहीं है। ऐसा इसलिए कि थाने में तैनात जिस खाकी वर्दी वाले पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है वही योगी के रामराज में रेपिस्ट बन गया है। इसका जीता जागता सबूत है, ललितपुर रेपकांड ( lalait rape kand ) की पीड़ित मासूम किशोरी। पीड़ित किशोरी अपनी सगी मौसी, उसका बेटा चंद और खाकी वर्दी वाले आज भी इतने खौफ में है कि घटना के बारे में कुछ भी पूछने पर फफककर रो पड़ती है। उसका भरोसा अपनों से ही टूटा है।

चाइल्ड लाइन ( Child Line ) के अधिकारियों की ओर से पूछने पर वह बताती है, मौसी ने ही थाने में थानेदार के हवाले किया था। दरअसल, इस रेपकांड की चर्चा करना इसलिए लाजिमी है कि यह पूरे सिस्टम पर काला दब्बा है। ललितपुर के पाली थाने के अंदर हुई रेप की घटना से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि, ललितपुर पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. लेकिन, उस किशोरी की मनोदशा का क्या जो जख्म आरोपियों ने उसके शरीर पर नहीं बल्कि दिमाग पर दिए हैं, जो अमिट है। 

ललितपुर चाइल्ड लाइन ( Child Line) की सदस्य के मुताबिक पीड़ित किशोरी को पाली थाने की ओर से उन्हें 30 अप्रैल को सौंपी गई थी। उस समय पीड़िता काफी डरी और सहमी लग रही थी। जब तक लड़की के साथ पाली थाने के पुलिसकर्मी और उसकी मौसी गुलाब बाई रही तब तक किशोरी खामोश और डरी सहमी बैठी रही। जब सभी लोग किशोरी को चाइल्ड लाइन के हैंडओवर करके वहां से चले गए। तब हमने पीड़ित किशोरी से बातचीत की और उसकी खामोशी और डर के बारे में पूछा। खुद पर ढाये गए जुल्म के बारे में पूछने पर पीड़ित किशोरी का दर्द आंखों में से आंसुओं के सैलाब बनकर बाहर आ गया।

सगी मौसी निकली विश्वासघाती, बार-बार गैंगरेप का हुई शिकार

Lalitpur Gang Rape : वह रो रोकर पाली थानाध्यक्ष की ओर से उसके साथ की गई दरिंदगी की दास्तां सुबक-सुबककर सुनाने लगी। उसने बताया कि उसकी सगी मौसी ने ही उसके थानाध्यक्ष की हवस बुझाने के लिए थाने में छोड़ा था। मौसी के लड़के चंदन ने प्यार के जाल में फंसाकर उसके साथ धोखा दिया। 6 महीने पहले भी चंदन ने जब वह घर पर अकेली थी तब अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर गैंगरेप किया था जिसकी शिकायत लेकर वह अपनी मां के साथ पाली थाने में गई थी, जहां उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। पीड़ित किशोरी आरोपी चंदन के प्यार में पागल थी। वह थाने में बयान देने की जगह एक बार फिर उसकी बातों में आकर 22 अप्रैल को उसके साथ भोपाल चली गई। जहां आरोपी चंदन और उन्हीं तीन अन्य आरोपियों ने कभी सुनसान गलियों में तो कभी पुल के नीचे ले जाकर उसके साथ गैंगरेप करते रहे। 3 दिन तक उसे भूखा रखा। सगी मौसी ने ही उसे पाली थानाध्यक्ष तिलकधारी के पास हैवानियत करने के लिए छोड़ गई थी। जहां से 30 अप्रैल को उसे चाइल्ड लाइन के पास यह कह कर भेजा गया था कि किशोरी के माता-पिता लड़की को अपने पास नहीं रख रहे हैं लेकिन चाइल्ड लाइन में पहुंचने के बाद किशोरी ने अकेले में काउंसलिंग के दौरान बताया कि वह अपने माता पिता के पास जाना चाहती है। 

फिलहाल, पीड़ित किशोरी को पुलिस सुरक्षा में है, जहां आज भी किशोरी काफी गुमसुम बनी हुई है।


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