योगीराज : UP के बड़ौत में आधी रात किसानों पर लाठीचार्ज, पीटने के बाद दूर तक खदेड़ा

देर रात प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने धरनास्थल पहुंचकर किसानों को जबरन वहां से उठाया। इस दौरान पुलिस ने किसानों पर बल प्रयोग किया, इस दौरान कई किसान घायल हो गए...

Update: 2021-01-28 06:56 GMT

जनज्वार, बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ौत में कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे किसानों पर पुलिस ने आधी रात को लाठीचार्ज चार्ज कर दिया। इससे पहले धरने को समाप्त कराने के लिए पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने किसान प्रतिनिधिमंडल से करीब ढाई घंटे तक बातचीत की जो बेनतीजा रही। इसके बाद बुधवार देर रात पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए धरने पर बैठे किसानों को दौड़ा दिया।

पुलिस की लाठीचार्ज के दौरान सो रहे किसानों के बीच भगदड़ मच गई। कुछ किसान अपनी साइकिल उठाकर वहां से भागे तो कुछ किसान अपनी रजाई समेटते हुए पैदल ही भागते दिखाई दिए। किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन लाल किले के प्रकरण का हवाला लेकर उन्हें दबाने और डराने की कोशिश कर रहा है। इसके विरोध में 31 जनवरी को महा पंचायत बुलाई जाएगी। किसानों को बदनाम करने की कोशिश सफल नहीं होने देंगे।

बुधवार 27 जनवरी को तहसील बड़ौत के एसडीएम कक्ष में एडीएम अमित कुमार, एएसपी मनीष कुमार मिश्र, एसडीएम दुर्गेश मिश्र, सीओ आलोक सिंह ने किसानों के प्रतिनिधि थांबेदार ब्रजपाल सिंह, चौबासी खाप चौधरी सुभाष सिंह, आचार्य बलजोर सिंह आर्य, विक्रम आर्य और विश्वास चौधरी से बातचीत की। किसानों का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन ने यह भी दबाव बनाया कि दिल्ली में यहां के किसानों ने भी हंगामा किया है, जिन्हें चिह्नित किया जा रहा है।

पुलिस अधिकारियों और किसानों के बीच बातचीत ढाई घंटे तक चली। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि किसानों से मशवरा किया जाएगा। आंदोलन किसी एक का नहीं है, इसलिए जब तक सभी किसान सहमत नहीं होंगे, वह यहां से धरना नहीं उठा सकते। दिल्ली में हुए हंगामे में बागपत का कोई किसान नहीं था। असामाजिक तत्वों ने वहां पर माहौल बिगाड़ा है, पुलिस उन्हें पकड़े, किसानों को झूठा बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।

इसके बाद किसान धरना स्थल पर पहुंचे। धरने पर पहुंचकर अधिकारियों के साथ हुई वार्ता का हाल किसानों को बताया गया। किसानों में रोष व्याप्त हो गया। उधरदेर रात प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने धरनास्थल पहुंचकर किसानों को जबरन वहां से उठाया। इस दौरान पुलिस ने किसानों पर हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान कई किसान मामूली रूप से घायल भी हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।देर रात प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने धरनास्थल पहुंचकर किसानों को जबरन वहां से उठाया। इस दौरान पुलिस ने किसानों पर हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान कई किसान मामूली रूप से घायल भी हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गय

जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट जयवीर सिंह तोमर ने बताया कि किसान शांतिपूर्ण धरना कर रहे हैं। जिले का प्रत्येक किसान निर्दोष है। सरकार असली दोषियों को पकड़ें। तय किया गया कि 31 जनवरी को महापंचायत होगी। वहीं एसपी बड़ौत अभिषेक सिंह का कहना है कि दिल्ली पुलिस अगर सहयोग मांगती है तो पूरी जानकारी दी जाएगी। स्थानीय स्तर पर सूचनाएं एकत्र की जा रही है।

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