यूपी में फिर बढ़ गई लॉकडाउन की किस्त, अब दस की बजाए 17 मई को खुलने का आया आदेश
पंचायत चुनाव निपटने के बाद वही हो रहा है जिसका अंदेशा जताया जा रहा था। चुनाव के बाद सरकार ने अघोषित लॉकडाउन लगा दिया है। सरकार के मुताबिक कोरोना की चैन तोड़ने के लिए महज़ लॉकडाउन ही एक मज़बूत विकल्प है...
जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव निपटने के बाद वही हो रहा है जिसका अंदेशा जताया जा रहा था। चुनाव के बाद सरकार ने अघोषित लॉकडाउन लगा दिया है। सरकार के मुताबिक कोरोना की चैन तोड़ने के लिए महज़ लॉकडाउन ही एक मज़बूत विकल्प है, इसलिए कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एक बार फिर वीकेंड कोरोना कर्फ्यू को 17 मई सुबह सात बजे तक बढ़ा दिया गया है।
इस सबके बीच सरकार को यह भी बताना चाहिए था कि जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया था तब क्यों लॉकडाउन नहीं लगाया गया था और तो राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई थी। राज्य सरकार इस सवाल का भले ही जवाब ना दे लेकिन प्रदेश की जनता समझदार है। यहां के बहुतायत दिहाड़ी मजदूर, नौकरी पेशा वाले, रोज कमाने खाने वाले सबसे जादा समझदार हैं। जो बिना कुछ कहे बोले मौके पर अपनी चोट करते हैं।
आदेश के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान पहले की तरह ही सभी पाबंदियां लागू रहेंगी। आवश्यक सेवाओं को छूट मिलती रहेगी। बेवजह घूमने वालों पर सख्ती बरती जाएगी। दरअसल, पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद उपजे संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। आज रविवार 9 मई को यूपी के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 26,847 कोरोना के नए केस दर्ज किये गये हैं। जबकि प्रदेश में कोविड के कुल एक्टिव मामले अब 2,45,736 हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 2,23,155 टेस्ट हुए बताए जा रहे हैं। टेस्ट की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। सरकारी आंकड़ों की माने तो पिछले एक सप्ताह में सक्रिय मामलों में लगभग 60 हजार की कमी भी बताई जा रही है।