लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वालीं मां-बेटी में मां साफिया की मौत
अमेठी जिले की रहने वाली मां-बेटी ने दबंगों के अत्याचार से तंग आकर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने 16 जुलाई को आत्मदाह किया था...
जनज्वार। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने पिछले दिनों आत्मदाह का प्रयास करने वाली दो महिलाओं में एक मां की मौत हो गई। घटना के बाद ही यह खबर आयी थी कि मां साफिया 70 प्रतिशत से अधिक झुलस गई हैं और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। उनका इलाज लखनऊ के सिविल अस्पताल में चल रहा था। साफिया अमेठी जिले की रहने वाली थीं और गांव के दबंगों ने उनकी व उनकी बेटी गुड़िया की नाली विवाद में पिटाई कर दी थी।
A woman, who had set herself on fire in front of CM Yogi Adityanath's office in Lucknow on July 17 over alleged police inaction in a land dispute case in Amethi district, dies at hospital, say officials
— Press Trust of India (@PTI_News) July 22, 2020
स्थानीय पुलिस थाने ने उनकी शिकायत पर अपराधियों के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद दोनों मां साफिया व बेटी गुड़िया ने तय किया कि वे लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय जाएंगी।
यह घटना पिछले सप्ताह (17 July 2020) मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवन के सामने घटित हुई थी। इसके बाद आसपास मौजूद लोगों ने दोनों महिलाओं को बचाया व अस्पताल में भर्ती कराया।
घटना के बाद इस मामले में अमेठी के एसपी ने कार्रवाई करते हुए जामो थाना के इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। अमेठी के जामो थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी दो मां-बेटी की गांव के दबंग अलगू साहू व अन्य ने पिटाई की थी।
मां-बेटी का डेढ महीने से नाली को लेकर विवाद चल रहा था और परेशान होकर वे थाना पहुंची थीं। पुलिस में शिकायत करने के बाद अपराधी भड़क गए और लाठी डंडे लेकर देर रात उनके घर पहुंच गए और उनकी जम कर पिटाई कर दी। गुड़िया ने अपने बयान में कहा था कि इसके बाद हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा तो हमने मुख्यमंत्री कार्यालय जाने का निर्णय लिया।
पूर्व आइएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट कर उत्तरप्रदेश में हाल की आपराधिक घटनाओं पर सवाल उठाया है। उन्होंने लिखा है कि ऐसे प्रदेश में श्रीराम नहीं आएंगे जहां महिलाओं पर अपराध चरम पर हो।
नहीं रही अमेठी की महिला जिसने आत्मदाह का प्रयास किया था, नहीं रहा विक्रम जोशी जिसने अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध किया था, नहीं रही कासगंज में गैंगरेप पीड़ित और उसकी माँ जिसे ट्रैक्टर से कुचल दिया गया। ऐसे प्रदेश में श्री राम नहीं आएँगे जहां महिलाओं पर अपराध चरम पर हो। pic.twitter.com/RwOnrxSXrH
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 22, 2020