मध्यप्रदेश लौट रहे पत्रिका के संपादक और साथी पत्रकार को लाठी डण्डों से मारपीट कर किया लहूलुहान

मामला सोनभद्र जनपद से लगने वाले पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपद का है जहां के निवासी व एक पत्रिका के संपादक व उनके पत्रकार साथी पर जानलेवा हमला किया गया....

Update: 2020-12-01 10:08 GMT

संतोष देव गिरी की रिपोर्ट

सिंगरौली/सोनभद्र। प्रदेश को सर्वाधिक राजस्व देने वाले जनपद सोनभद्र में और मध्य प्रदेश के ऊर्जा की नगरी सिंगरौली में पत्रकारों पर हमले की बढ़ती घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस त्वरित कार्रवाई के बजाय हाथ पर हाथ धरे मामले को दबाने की पुरजोर कोशिश करती नजर आ रही है। जबकि सरकारें पत्रकारों के मामलों में पुलिस प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करने की बात कहती है लेकिन हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। 

मामला सोनभद्र जनपद से लगने वाले पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपद का है जहां के निवासी व एक पत्रिका के संपादक व उनके पत्रकार साथी पर जानलेवा हमला किया गया। आरोप है कि तहरीर दिए जाने के बाद भी मोरवा पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। घटना के 5 दिन बीतने को हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसको लेकर सोनभद्र सहित सिंगरौली के पत्रकारों में आक्रोश है।

घटनाक्रम के अनुसार, 'पोल-खोल' मासिक पत्रिका के संपादक सुनील कुमार सोनी (39 वर्षीय) पुत्र कैलाश प्रसाद सोनी गुरुद्वारा रोड, सिंगरौली (मध्य प्रदेश) के रहने वाले है। वह 27 नवंबर 2020 को अपने एक अन्य पत्रकार साथी फणीन्द्र सिंह के साथ दोनों अनपरा (सोनभद्र) गाड़ी का कोटेशन लेने गए थे। वहां से काम करने के बाद शाम करीब 5:15 बजे उन्होंने विवेक वैश नामक व्यक्ति को फोन किया तो बोले कि वह अपने भूसामोड़ के पास आश्रम कैम्प में हैं यहीं आ जाइए। तब वह दोनों विवेक वैश के आश्रम में पहुंचे और वहां बैठ गए। इसी दरम्यान विवेक बोले कि दूध मंगा रहा हूं चाय पीजिए। जिस पर पत्रकार फणीन्द्र बोले कि हम चाय नहीं पिएंगे, आरोप है कि इतना सुनना था कि विवेक वैश ने अपने आश्रम से एक बांस का डंडा उठाकर उनपर हमला बोल दिया और फणीन्द्र को मारने लगे। बीच बचाव के लिए सुनील कुमार भी जैसे ही आगेे बढ़े तो उन्हें भी लाठी डण्डों से पीटने लगे।


अचानक हुए इस हमले से हैरान दोनों पत्रकार कुछ कर पाते कि उनके साथी नंदलाल द्विवेदी, विवेक के घर के पास वाला मिश्रा, लाल साहू, दो-तीन लोग और भी आ गए और उन्हें लात घूंसो, डण्डों से मारने लगे। किसी तरह से जान बचाकर दोनों पत्रकार बाहर निकले तो उन्हें मां बहन की बुरी-बुरी गालियां देते हुए बोले कि तुम लोगो को जान से मार दूंगा। किसी तरह से जान बचाकर रोड पर आये तो पत्रकार साथी सोनू वर्मा, आलम को फोन कर अपनी आप बीती घटना बताई। उसके मोरवा थाने जाकर मुकदमा दर्ज कराया।

इस घटना को पांच दिन बीतने को है, लेकिन अभी तक किसी कि गिरफ्तारी नहीं की गई है। पूर्वांचल मीडिया क्लब सोनभद्र के जिलाध्यक्ष विवेक कुमार पाण्डेय ने मध्य प्रदेश सरकार से अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए अविलंब कार्रवाई की मांग की है। इस घटना की घोर निन्दा करते हुए पाण्डेय ने मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है कि उन अभियुक्तो कि जल्द से जल्द गिरफ्तारी किया जाए। यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं की गयी तो उक्त अभियुक्त किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है।


हालांकि मामले में थाना मोरवा जिला सिंगरौली (मध्य प्रदेश) में प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या- 0569, 27-11-2020 समय 18:14 बजे धारा- 294, 323, 506, 34 दर्ज कर तो लिया गया है, लेकिन पत्रकार के हमलावरो विवेक वैश पुत्र रामल्लू वैश, नन्दलाल दिर्वेदी पुत्र अज्ञात, विवेक के घर के पास का मिश्रा, गोरख सभी निवासी नेहरू नगर मोरवा सिंगरौली (मध्य प्रदेश), गेंदालाल साहू निवासी खनहना, मोरवा सिंगरौली (मध्य प्रदेश) दो तीन लोग अन्य थे जो मोरवा सिंगरौली मध्य प्रदेश के निवासी है को पुलिस घटना के पांचवें दिन भी नामजद तहरीर के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जिससे पत्रकारों में असुरक्षा का भय बना हुआ है।

इस घटना को लेकर इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट मध्य प्रदेश इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से उनके निवास पर मुलाकात की और सिंगरौली में पत्रकार सुनील सोनी व उनके साथी फणीन्द्र कुमार पर आदतन अपराधी विवेक वैश और उसके सथियों के द्वारा किए गए जानलेवा हमले के खिलाफ आरोपियों की गिरफ्तारी और उसके खिलाफ जिला बदर की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।

इस दौरान गृहमंत्री ने कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश अध्यक्ष सलमान खान के अलावा भोपाल संम्भाग अध्यक्ष जावेद खान, नवेद अली, सुभान खान, संजय दुबे, दोलत राम साहू, आरके श्रीवास्तव आदि सहित कई पत्रकार मौजूद थे।

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