लखनऊ के चिनहट स्थित ऑक्सीजन प्लांट में हुआ बड़ा हादसा, मौके पर 3 कर्मचारियों की मौत कई अन्य घायल
प्लांट में धमाके से कर्मचारियों के शरीर बुरी तरह क्षत विक्षत हो गए। बताया जा रहा है कि घायलों के सिर्फ धड़ मिले हैं जबकि किसी के हाथ व पैर तक उड़ गए। तीन कर्मचारियों की मौके पर मौत हो गई। जिसमें एक कर्मचारी की अभी तक पहचान भी नहीं हो सकी...
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के चिनहट देवा रोड स्थित केटी ऑक्सीजन प्लांट में आज बुधवार दोपहर रिफलिंग के दौरान अचानक हुए तेज धमाके से सिलेंडर फट गया। हादसे के वक्त प्लांट में काम कर रहे तीन कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच कर्मचारी गंभीर रुप से घायल हुए हैं। इस हादसे के समय प्लांट में थाना चिहनट पुलिस सहित पीएसी भी ड्यूटी पर तैनात थी तो प्लांट के बाहर दर्जनों एंबुलेंस व आक्सीजन रिफलिंग कराने वालों की भीड़ मौजूद थी।
अचानक हुए धमाके से पूरा इलाका हिल गया। सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों ने किसी तरह घायल कर्मचारियों को प्लांट के बाहर खड़ी एंबुलेंस से इलाज के लिए लोहिया हॉस्पिटल भिजवाया। हादसे की सूचना पर मंडलायुक्त, कमिश्नर, डीएम और चीफ फायर अफसर मौके पर पहुंचे। सीएफओ हादसे की जांच कर रहे हैं। आक्सीजन सिलिंडर के कमजोर होने के चलते रिफिलंग के दौरान हादसा बताया जा रहा हैं। इसके अलावा हादसे के बाद से प्लांट मालिक, मैनेजर और अन्य जिम्मेदार फरार बताए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि लखनऊ के इंदिरानगर निवासी अतुल कुमार का चिहनट के देवा रोड के पास केटी वेल्डिंग स्टोर आक्सीजन के नाम से प्लांट है। बताया जा रहा है कि यह प्लांट काफी समय से रिहायशी इलाके में संचालित किया जा रहा था। इस प्लांट से आक्सीजन अस्पतालों के अलावा फुटकर भी सप्लाई की जाती है। कोरोना संकट के चलते प्लांट 24 घंटे चल रहा है। बुधवार 5 मई की दोपहर लगभग 4 बजे आक्सीजन सिलिंडर रिफिल का काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक एक तेज धमाके के साथ सिलिंडर फट गया। चीख पुकार के बाद भगदड़ मच गई।
प्लांट में धमाके से कर्मचारियों के शरीर बुरी तरह क्षत विक्षत हो गए। बताया जा रहा है कि घायलों के सिर्फ धड़ मिले हैं जबकि किसी के हाथ व पैर तक उड़ गए। तीन कर्मचारियों की मौके पर मौत हो गई। जिसमें एक कर्मचारी की अभी तक पहचान भी नहीं हो सकी। प्लांट के बाहर खून से लथपथ कर्मचारी जिंदगी की दुहाई देकर तड़पते रहे। घायल कर्मचारियों तो देख लोग दहशत में आ गए। मदद के लिए दौड़ कर पहुंची पुलिस भी एक बार मंजर देख सहम गई थी।
कोरोना महामारी और आक्सीजन की किल्लत व बढ़ती डिमांड के बाद प्लांट के बाहर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था तैनात की है। केटी प्लांट के बाहर भी चिनहट थाने से एक इंस्पेक्टर, 6 सब इंस्पेक्टर, 25 हेड कांस्टेबव व कांस्टेबल के साथ पीएसी भी तैनात की गई थी। इसके अलावा प्लांट से आक्सीजन सिलिंडर लेने के लिए कई एंबुलेंस व गाड़ियों के साथ दर्जनों लोग भी मौजूद रहते थे। गंभीर रुप से घायलों को पहले तो एंबुलेंस से लोहिया हॉस्पिटल भेजा गया, जहां हालात बिगड़ने पर कुछ कर्मचारियों को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।
केटी ऑक्सीजन प्लांट हादसे में जो मृतक हैं उनकी पहचान निरालानगर आईटी कालेज के पास रहने वाले दीपू कनौजिया, लखनऊ निवासी अरुण पांडेय जो यहां प्लांट कर्मचारी बताया जा रहा है, और तीसरा मृतक तासीपुर बाराबंकी निवासी त्रिभुवन यादव था। त्रिभुवन भी यहां प्लांट कर्मचारी के पद पर था।