UP : गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान की छत गिरने से 23 लोगों की मौत, कई की स्थिति गंभीर

मेरठ की कमिश्नर ने कहा है कि इस हादसे के लिए जो भी जिम्मेवार होंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी...

Update: 2021-01-03 11:50 GMT

जनज्वार। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के मुरादनगर (Gaziabad Muradnagar Incident) में  रविवार दोपहर ( 3 January 2021) को निर्माणाधीन छत व लिंटर छत गिर जाने से रात 9.45 बजे तक 23 लोगों की मौत हो गयी। वहीं, कई घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडेय ने इसकी पुष्टि की है। जिले के एमएमजी अस्पताल में करीब 19 शव पहुंच गए हैं और अन्य को लाए जाने की प्रक्रिया जारी है। अस्पताल में एक साथ इतने शव व घायलों के पहुंचने से स्ट्रेचर कम पड़ गए। 20 से अधिक गंभीर रूप से घायल लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इससे पहले शाम में मेरठ की कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कहा हादसे में 17 लोगों की मौत हो गयी, वहीं 38 लोग को रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने कहा कि दोषी व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह हादसा मुरादनगर के श्मशान घाट परिसर में हुआ है, जहां लिंटर का निर्माण कम किया जा रहा है। हादसे में मारे गए लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने मुरादनगर श्मशान घाट पहुंचे थे, उसी दौरान छत गिर गयी।

कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कहा है कि इस मामले की जांच करवा कर जो भी दोषी होगा चाहे वह ठेकेदार हो या नगरपालिका के कर्मचारी-अधिकारी हों उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुरूप विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने तुरंत जांच शुरू कर दी है और आपराधिक कार्रवाई भी करेंगे।

न्यूज एजेंसी एएनआइ ने प्राथमिक तौर पर यह खबर दी कि बारिश की वजह से छत गिरी जिससे यह हादसा हो गया। हालांकि हादसे की और दूसरी वजहें हो सकती हैं, जिसकी जांच कराने की बात कमिश्नर ने कही है। इतना बड़ा हादसा बिना गंभीर लापरवाही के संभव नहीं है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुःख जताते जिले के अधिकारियों को राहत बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता का ऐलान किया किया है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति दुःख व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।

मुरादनगर के दयानंद काॅलोनी के रहने वाले दयाराम की शुक्रवार की रात्रि मौत हो गयी थी। उनके अंतिम संस्कार के लिए ही शनिवार को लोग श्मशान घाट पहुंचे थे। अंतिम संस्कार में करीब 100 लोग शामिल हुए थे, जिसमें मुहल्ले के लोग व रिश्तेदार शामिल थे। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जब आखिरी दौर में थी तभी यह हादसा हो गया। पुजारी के आह्वान के बाद सभी लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर शांति पाठ कर रहे थे तभी एक ओर की जमीन धंस गयी और इस कारण दीवार नीचे बैठ गयी और छत व लिंटर गिर गया। हादसे के कारण किसी को भागने का मौका भी नहीं मिला।

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