JEE-NEET 2020: प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, अखिलेश ने कहा- ये 'खूनी हमला' है
देश भर में JEE-NEET परीक्षा के आयोजन को लेकर विपक्षी पार्टियों का विरोध जारी है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर समाजवादी पार्टी विरोध प्रदर्शन में सड़कों पर उतर आई. सोमवार को राजभवन का घेराव करने पहुंची समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पहले तो हटाना चाहा.
जनज्वार। देश भर में JEE-NEET परीक्षा के आयोजन को लेकर विपक्षी पार्टियों का विरोध जारी है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर समाजवादी पार्टी विरोध प्रदर्शन में सड़कों पर उतर आई. सोमवार को राजभवन का घेराव करने पहुंची समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पहले तो हटाना चाहा. जब वे नहीं माने तो पुलिस को इसके लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा, तब जाकर प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ा जा सका. हालांकि इस घटना को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि ये कार्यकर्ताओं पर किया गया खूनी हमला था.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोनाकाल में परीक्षा कराने के विरोध में सड़कों पर उतरे सपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज नहीं 'ख़ूनी हमला' हुआ है. आज बाल-बच्चों वाला हर परिवार चिंतित है. सबका साथ का दावा करने वाले अकेले लोगों की मनमानी कब तक चलेगी?
कोरोनाकाल में परीक्षा कराने के विरोध में सड़कों पर उतरे सपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज नहीं 'ख़ूनी हमला' हुआ है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 31, 2020
आज बाल-बच्चोंवाला हर परिवार चिंतित है. सबका साथ का दावा करनेवाले अकेले लोगों की मनमानी कब तक चलेगी. #StudentLivesMatter#JEENEET@PTI_News@ANI@HSnewsLive pic.twitter.com/G6LPNpOiZK
सोमवार सुबह अचानक समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ता राजभवन पर प्रदर्शन करने पहुंच गए. प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी. ऐसे में उग्र प्रदर्शन की आशंका से मौके पर पुलिस बल मुस्तैद रहा. उन्होंने कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे पुलिस के साथ झड़प करने लगे. ऐसे में पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए आखिरकार लाठियां बरसाईं.
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि, ऐसा लगता ही नहीं है कि यूपी में लोकतांत्रिक सरकार चल रही है. ऐसा लगता है यहां तानाशाही चल रही है. आज समाजवादी छात्रसभा के लोग राजभवन पर यह बताने गए कि यूपी में दो लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं. ऐसे में बच्चे भी चाहते हैं कि नीट की परीक्षा कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दी जाए. अनुराग भदौरिया ने यूपी की कानून व्यवस्था पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अपराधियों पर लाठी नहीं चलती है, लेकिन हम लोकतांत्रित तरीके से हम अपने अधिकार की मांग को लेकर जाते हैं तो लाठियों की बौछार कर देते हैं.
शुक्रवार को भी समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने राजभवन पर जेईई-नीट की परीक्षा रद्द कराने को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. तब भी पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई थी. इसके बाद प्रयागराज और प्रदेश के कुछ और हिस्सों में भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन देखने को मिला था.