Pilibhit Crime News: Pilibhit में घर से भागी बेटी, पिता और चाचा जान से मारने प्रेमी के घर में पहुंचे, जानिए, फिर क्या हुआ?
Pilibhit Crime News: उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) के थाना बरखेड़ा (Barkhera) के ग्राम पिपरा खास (Pipra Khas) में ऑनर किलिंग (Honor killing) की घटना होते-होते बची।
Pilibhit Crime News: उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) के थाना बरखेड़ा (Barkhera) के ग्राम पिपरा खास (Pipra Khas) में ऑनर किलिंग (Honor killing) की घटना होते-होते बची। परिजनों ने प्रेमी के घर में घुसकर बेटी का गला दबाकर उसकी जान लेने की कोशिश की। मरा समझकर उसे छोड़ कर चले गए। होश आने पर युवती ने परिवार वालों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट (FIR) दर्ज करा दी। पुलिस पिता-चाचा सहित तीनों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
युवती ने दर्ज रिपोर्ट में कहा कि वह कक्षा 10 तक पढ़ी है। उसकी जन्म तिथि 11 जून 2002 है। वह अपना अच्छा बुरा समझती है। वह अपने मोहल्ले के जगतपाल पुत्र रामचंद्र से प्यार करती है। उसने अपने पिता निरंजन लाल से जगतपाल के साथ शादी करने को कहा लेकिन वह राजी नहीं है। 15 दिसंबर को करीब 1:00 बजे वह घर से अपनी मर्जी से निकलकर जगतपाल के घर चली गई। वह दोनों लोग घर के अंदर कमरे में बैठे बात कर रहे थे, तभी सुबह करीब 6 बजे पिता निरंजन लाल, चाचा नन्हे लाल, चाचा परशुराम, भाई सुनील हाथों में लाठी-डंडे लेकर अंदर कमरे में घुस आए और गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। मौका पाकर जगतपाल बाहर भाग गया।
दर्ज रिपोर्ट में युवती ने कहा कि जब उसने शोर मचाया तो इन सभी लोगों ने कहा कि इसने हमारी नाक कटा दी है, इसे जान से मार दो। तभी पिता निरंजन लाल व चाचा नन्हे लाल ने जान से मारने की नीयत से गला दबाया। मैंने निःसहाय होकर नीचे गिर गई तो लोगों ने कहा कि अब यह मर गई है, अब यहां से चलो। थोड़ी देर बाद जगतपाल भी वापस आ गया। तभी वहां पर पुलिस 112 नंबर आ गई थी। पुलिस मुझे और जगतपाल को सरकारी अस्पताल बरखेड़ा लेकर आई और इलाज कराया। मैं जगतपाल के साथ रहना चाहती हूं।
बरखेड़ा थाना पुलिस ने ग्राम पिपरा खास निवासी वर्षा की ओर से उसके पिता निरंजन लाल, चाचा नन्हे लाल, चाचा परशुराम, भाई सुनील के विरुद्ध आईपीसी की धारा 452, 307, 323, 504 के तहत नामजद अभियोग दर्ज किया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रशांत सिंह ने बताया कि युवती की ओर से दर्ज रिपोर्ट के आधार पर उसके पिता निरंजन लाल, चाचा नन्हे लाल, चाचा परशुराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।