Pilibhit News : पीलीभीत का इंजीनियरिंग छात्र देहरादून में हॉस्टल में मृत मिला, जानिए क्या है पूरा मामला
Pilibhit News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) में देहरादून (Dehradun) से आई दुखद सूचना से शहर की तिरुपति गोल्डन पार्क कॉलोनी में रहने वाले श्रीवास्तव परिवार (Srivastava Family) के सपने एक पल में बिखर गए।
पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) में देहरादून (Dehradun) से आई दुखद सूचना से शहर की तिरुपति गोल्डन पार्क कॉलोनी में रहने वाले श्रीवास्तव परिवार (Srivastava Family) के सपने एक पल में बिखर गए। इस परिवार का बेहद होनहार और मेधावी बेटा देहरादून में पीजी हॉस्टल (PG Hostel) में अपने कमरे में बेड पर मृत अवस्था में पाया गया। इस सूचना से परिवार में कोहराम मच गया। आनन-फानन में परिवार के लोग देहरादून रवाना हुए। उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) छात्र के शव का पोस्टमार्टम कराया मगर पोस्टमार्टम से पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। बिसरा सुरक्षित रखा गया है।
शहर की तिरुपति गोल्डन पार्क कॉलोनी निवासी पंचायत राज विभाग में कार्यरत ग्राम पंचायत अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव का बेटा सिद्धार्थ श्रीवास्तव (20) देहरादून में पेट्रोलियम एवं ऊर्जा शिक्षा विश्वविद्यालय से बीटेक कर रहा था। मंगलवार देर शाम उत्तराखंड पुलिस ने अमित कुमार श्रीवास्तव को सूचना दी कि उनका बेटा जिस पीजी हॉस्टल में रहता था, उसके कमरे में मृत अवस्था में मिला है।
इस सूचना पर अमित के परिवार में कोहराम मच गया। ग्राम पंचायत अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव अपने बड़े भाई भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष विकास कुमार श्रीवास्तव, करीबी मित्र विवेक अवस्थी एडवोकेट आदि को साथ लेकर तत्काल देहरादून को रवाना हो गए। देहरादून पहुंच कर पता चला कि सिद्धार्थ श्रीवास्तव के साथ हॉस्टल में जो रूम पार्टनर रहता था, वह शुक्रवार को चला गया था। कमरे में सिद्धार्थ अकेला रह गया था। सोमवार को सिद्धार्थ खाना खा पीकर सो गया लेकिन जब अगले दिन मंगलवार को दोपहर तक कमरा नहीं खुला तो आसपास के कमरों में रह रहे लोगों ने दरवाजा खटखटाया। कोई आवाज ना आने पर अनहोनी की आशंका में तत्काल पीजी हॉस्टल के मालिक को सूचना दी गई। पीजी हॉस्टल मालिक की सूचना पर उत्तराखंड की देहरादून पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने भी दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तब पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। कमरे में बेड पर सिद्धार्थ सोई हुई अवस्था में था। उसकी मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने तत्काल की पीलीभीत में सिद्धार्थ के पिता को इस अनहोनी की सूचना देकर तत्काल देहरादून आने को कहा।
उत्तराखंड की देहरादून पुलिस ने छात्र सिद्धार्थ श्रीवास्तव के शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम से मौत की वजह का खुलासा नहीं हो सका। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने शव से बिसरा सुरक्षित कर लिया, जिसे परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। पुलिस ने पीजी हॉस्टल के उस कमरे को भी गहराई से छानबीन करने के लिए फिलहाल सील कर दिया है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल में जुटी है कि आखिर मौत की क्या वजह है।
संडे को पिता से हुई थी बात
सिद्धार्थ की अपने पिता अमित कुमार श्रीवास्तव से रविवार को फोन पर बात हुई थी। अमित के मुताबिक सिद्धार्थ तनाव से मुक्त था। उसने पेपर बहुत अच्छे होने की जानकारी दी थी। बीटेक का उसका थर्ड सेमेस्टर चल रहा था।
हरिद्वार में किया अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने छात्र सिद्धार्थ के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया लेकिन शव पीलीभीत तक लाने की स्थिति में ना होने के कारण सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार बुधवार को हरिद्वार में ही गंगा किनारे कर दिया गया।
बेनहर कॉलेज से किया था इंटर
ग्राम पंचायत अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव का पुत्र व सेवानिवृत्त पोस्टमास्टर गोपाल लाल श्रीवास्तव का पौत्र सिद्धार्थ श्रीवास्तव पढ़ाई में शुरू से ही बेहद तेज व होनहार था। उसने इंटरमीडिएट शहर के प्रमुख स्कूल बेनहर कॉलेज से किया था। ग्राम पंचायत अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव का सिद्धार्थ श्रीवास्तव इकलौता बेटा था। सिद्धार्थ की एक ही बहन है।