Pilibhit News: BSP ने पीलीभीत सदर से मुस्ताक अहमद अंसारी, बरखेड़ा से मोहन स्वरूप व पूरनपुर से राजा को मैदान में उतारा

Pilibhit News: उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को बहुजन समाज पार्टी ने जिन आठ प्रत्याशियों की सूची जारी की है, उनमें पीलीभीत (Pilibhit) की शेष तीन सीटों पर भी प्रत्याशियों (Condidate) की घोषणा कर दी गई है।

Update: 2022-01-31 04:53 GMT

Pilibhit News: BSP ने पीलीभीत सदर से मुस्ताक अहमद अंसारी, बरखेड़ा से मोहन स्वरूप व पूरनपुर से राजा को मैदान में उतारा

पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट

Pilibhit News: उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को बहुजन समाज पार्टी ने जिन आठ प्रत्याशियों की सूची जारी की है, उनमें पीलीभीत (Pilibhit) की शेष तीन सीटों पर भी प्रत्याशियों (Condidate) की घोषणा कर दी गई है। तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने रूहेलखंड (Rohilkhand) के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री मरहूम हाजी रियाज अहमद के बेटे शाने अली को टिकट ना देकर बल्कि उनके स्थान पर ईट भट्ठा व्यवसाई मुस्ताक अहमद अंसारी (Mushtaq Ahmad Ansari) को सदर सीट पर प्रत्याशी घोषित किया है।

बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवा लाल गौतम की ओर से जारी सूची के अनुसार पीलीभीत की सदर सीट से मुस्ताक अहमद अंसारी, बरखेड़ा (Barkhera) सीट से मोहन स्वरूप वर्मा(Mohan Swaroop Verma), पूरनपुर (Puranpur) (सुरक्षित) सीट से अशोक कुमार राजा (Ashok Kumar Raja) को प्रत्याशी घोषित किया गया। जबकि बीसलपुर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू को बहुजन समाज पार्टी दो दिन पहले ही प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।

रूहेलखंड के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री मरहूम हाजी रियाज अहमद के बेटे शाने अली समाजवादी पार्टी से टिकट के प्रबल दावेदार थे लेकिन पार्टी हाईकमान ने शहर के प्रमुख सर्जन डॉ. शैलेंद्र सिंह गंगवार को मौजूदा समीकरण में सबसे उपयुक्त टिकट का आवेदक मानकर उन्हें मैदान में उतार दिया। इससे आहत होकर डॉ. शाने अली की मां आमना बेगम और बहन डॉ. बुशरा ने समर्थकों की बैठक बुलाकर उनके चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था और यह भी कहा था कि अभी तय नहीं है कि किसी दल से चुनाव लड़ा जाएगा या फिर निर्दलीय। विद्रोह की भनक लगते ही सपा हाईकमान ने शाने अली को लखनऊ बुलाकर समझाया बुझाया और सरकार बनने पर विशेष सम्मान से नवाजने का भरोसा दिया। शाने अली और प्रत्याशी डॉ. शैलेंद्र सिंह गंगवार को गले मिलवा दिया। इस घटनाक्रम के बाद प्रत्याशी डॉ. शैलेंद्र सिंह गंगवार तो पीलीभीत वापस आकर चुनाव की तैयारी में जुट गए मगर शाने अली वापस नहीं लौटे।

शाने अली के पीलीभीत ना लौटने पर तरह-तरह की अटकलें लगने लगी। उनके कट्टर समर्थक समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव से इस्तीफा देने वाले रिंकू पांडे फेसबुक पर लाइव आकर संदेश देने लगे कि शाने अली हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। समर्थकों ने मायावती के फोटो के साथ नीले झंडे पर शाने अली की तस्वीर लगाकर साफ संकेत देने शुरू कर दिए कि शाने अली बसपा के मैदान में आ रहे हैं। इस सब घटनाक्रम पर जब मीडिया ने शाने अली से संपर्क किया तो उन्होंने फोन पर मीडिया से बातचीत नहीं की। किसी भी स्तर पर शाने अली ने ना तो बसपा में जाने की पुष्टि की और ना ही उनके समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर कही जा रही बात का कोई खंडन किया।

सिमटने लगा शाने समर्थकों का दायरा

रविवार को बहुजन समाज पार्टी ने पीलीभीत की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। अब स्थिति यह है कि शाने अली ना तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के साथ खड़े हैं और ना ही उन्होंने अभी तक अपना अगला कदम सार्वजनिक किया है। हालांकि सपा हाईकमान के फैसले के विरोध में जमा हुए शाने अली समर्थकों का दायरा दिन प्रतिदिन अब कम होता जा रहा है।

पूरनपुर में भाजपा के बागी पर बसपा का दांव

पूरनपुर सुरक्षित विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने जिन अशोक कुमार राजा को चुनाव मैदान में उतारा है, वह भारतीय जनता पार्टी से टिकट के प्रबल दावेदार थे। वर्ष 2017 में भी उनको किनारे करके जब टिकट दिया गया था, तब अगली बार के लिए आश्वस्त किया गया था। इस बार भी जब संगठन ने उनके नाम पर विचार नहीं किया तो सूची जारी होते ही अशोक कुमार राजा ने संगठन की प्राथमिक सदस्यता तक से इस्तीफा दे दिया था। अशोक कुमार राजा सीआरपीएफ के रिटायर्ड इंस्पेक्टर हैं। बीते एक दशक से अधिक समय से वह भाजपा से जुड़कर पूरनपुर क्षेत्र में लगातार सक्रिय थे।

पंचायत चुनाव में नहीं बची थी मुस्ताक की जमानत

सदर सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने जिन मुस्ताक अहमद अंसारी को प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने 24 घंटे पहले ही समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दिया है। 29 जनवरी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजे गए पत्र में उन्होंने इस्तीफा देने का कोई वाजिब कारण स्पष्ट नहीं किया। लेकिन माना जा रहा है कि वह सदर सीट से सपा से टिकट के प्रबल दावेदार थे। पार्टी हाईकमान ने उनके नाम पर विचार नहीं किया। इसको लेकर वह आहत थे। अमरिया तहसील के ग्राम सरैनी तिरकुनिया निवासी मुस्ताक अहमद अंसारी पिछले वर्ष जिला पंचायत सदस्य का वार्ड 18 से चुनाव लड़े थे और 4520 मत मिलने से उनकी जमानत जब्त हो गई थी। वह ईट भट्टा एसोसिएशन के अमरिया ब्लॉक के अध्यक्ष हैं।

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