Pilibhit News: BJP MLA के उत्पीड़न से त्रस्त होकर चेयरमैन और उनकी बेटी बोली- इंसाफ न मिला तो कर लेंगे सुसाइड

Pilibhit News: पीलीभीत के भाजपा विधायक (BJP MLA) व सदर सीट के प्रत्याशी संजय सिंह गंगवार (Sanjay singh Gangwar)के उत्पीड़न से परेशान नगर पंचायत जहानाबाद की नगर पंचायत चेयरमैन (Nagar Panchayat Chairman) ममता गुप्ता (Mamta Gupta) अपनी बेटी शिल्पी गुप्ता (Shilpi Gupta) के साथ एक बार फिर मीडिया के सामने आई। रो-रो कर उन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने गुहार लगाई।

Update: 2022-02-05 18:20 GMT

Pilibhit News: BJP MLA के उत्पीड़न से त्रस्त होकर चेयरमैन और उनकी बेटी बोली- इंसाफ न मिला तो कर लेंगे सुसाइड

पीलीभीत निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट

Pilibhit News: पीलीभीत के भाजपा विधायक (BJP MLA) व सदर सीट के प्रत्याशी संजय सिंह गंगवार (Sanjay singh Gangwar)के उत्पीड़न से परेशान नगर पंचायत जहानाबाद की नगर पंचायत चेयरमैन (Nagar Panchayat Chairman) ममता गुप्ता (Mamta Gupta) अपनी बेटी शिल्पी गुप्ता (Shilpi Gupta) के साथ एक बार फिर मीडिया के सामने आई। रो-रो कर उन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने गुहार लगाई। यहां तक कहा कि अगर उन्हें विधायक के उत्पीड़न से निजात नहीं मिली तो वह लोग आत्महत्या कर लेंगे। अगर उनके परिवार के किसी भी सदस्य को कोई भी हानि होती है तो इसके लिए सिर्फ और सिर्फ विधायक जिम्मेदार होंगे और उनको जेल भेजा जाए।



नेहरू ऊर्जा उद्यान में पत्रकारों को बुलाकर चेयरमैन ममता गुप्ता और उनकी बेटी शिल्पी गुप्ता फूट फूट कर रोई। शिल्पी ने कहा कि उनके पिता दुर्गा चरण गुप्ता उर्फ अन्ना भैया 127 पीलीभीत सदर विधानसभा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, इसकी भनक लगते ही उन पर मुकदमे पर मुकदमा विधायक ने लदवा दिए। पुनः भाजपा का टिकट होते ही उसी दिन पिता पर गैंगस्टर का मुकदमा रात में लिखा दिया गया ताकि वह उनके खिलाफ चुनाव न लड़ें। उनका पूरा परिवार खतरे की जद में है। कभी भी किसी की भी जान जा सकती है। शिल्पी ने यह भी अपील की कि कोई भी राजनीतिक दल उनका उपयोग ना करें। वह लोग किसी भी पार्टी में नहीं है। केवल इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं। एक अकेला इंसान कहां कहां जाए जबकि दूसरी तरफ उनकी पूरी की पूरी रावण की सेना है, फिर भी मैं अकेले लड़ रही हूं।


चुनाव लड़ाया तब नहीं थे अन्ना हिस्ट्रीशीटर

शिल्पी ने कहा कि एक तरफ विधायक मेरे पिता को हिस्ट्रीशीटर बताते हैं मगर दूसरी तरफ यह भी कहते हैं कि उन्होंने ही नगर पंचायत का चुनाव लड़वाया था तो क्या उन्होंने एक हिस्ट्रीशीटर को चुनाव लड़वाया था ? या मेरे पिता तब हिस्ट्रीशीटर नहीं थे। शिल्पी का आरोप है कि उनके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही हैं। जो लोग उनकी मदद करते हैं, उनको भी धमकाया जा रहा है। वह एसपी से मिलने आई तो उनकी गाड़ी का पीछा किया गया और गाड़ी रोक कर धमकाया गया। उनका उत्पीड़न विधायक के कहने पर हो रहा है। उनके पूरे परिवार का तो किसी से बैर ही नहीं है।

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