Pilibhit News: भाई को बचाने के लिए बेटी का कर दिया कत्ल, वारदात में दादा भी शामिल, पढ़िये दिल दहला देने वाली वारदात

Pilibhit News : बच्चियां अगर घर में ही सुरक्षित नहीं तो फिर कहां ? नौ साल की मासूम अनम को क्या पता था कि पिता-दादा (Father-Grand Father) और चाचा (Uncle) ही उसकी जान ले लेंगे। रिश्तों और मानवता को शर्मसार करने वाली पीलीभीत (Pilibhit) के अमरिया (Amarika) थाना क्षेत्र के माधोपुर (Madhopur) गांव की घटना का पुलिस अधीक्षक ने मीडिया के सामने खुलासा किया।

Update: 2022-12-06 16:13 GMT

Pilibhit News : बच्चियां अगर घर में ही सुरक्षित नहीं तो फिर कहां ? नौ साल की मासूम अनम को क्या पता था कि पिता-दादा (Father-Grand Father) और चाचा (Uncle) ही उसकी जान ले लेंगे। रिश्तों और मानवता को शर्मसार करने वाली पीलीभीत (Pilibhit) के अमरिया (Amarika) थाना क्षेत्र के माधोपुर (Madhopur) गांव की घटना का पुलिस अधीक्षक ने मीडिया के सामने खुलासा किया। महज पड़ोसी को फंसाने के लिए सगे पिता, सगे दादा और सगे चाचा ने मिलकर मासूम की बलि ले ली। नाटकीय ढंग से मरणासन्न बालिका का वीडियो बनाकर वायरल किया। बाद में पड़ोसी के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया। अब दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम देने वाला पिता, दादा और तीन चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार (Arrest) कर अदालत में पेश किया, जहां से इन पांचों को जेल भेज दिया गया।

पुलिस लाइन के सभागार में पुलिस अधीक्षक (SP) दिनेश कुमार पी. (Dinesh Kumar P.) ने अमरिया के अनम हत्याकांड (Anam Murder Case) का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि 2 दिसंबर को ग्राम माधोपुर में गेहूं के खेत में नौ साल की अनम पुत्री अनीस निवासी माधोपुर का शव मिला था। पुरानी रंजिश के चलते घटना को अंजाम दिए जाने की बात कह कर बालिका के पिता ने अपने पड़ोसी शकील के विरुद्ध धारा 302 का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना के दौरान पता चला कि शकील और बालिका के चाचा शादाब के बीच काफी समय से मुकदमे बाजी चल रही है, जिसमें धारा 376 के एक मुकदमे में अदालत से शादाब व उसके परिजनों के विरुद्ध वारंट जारी हो चुका है। इसी से परेशान होकर शकील को फंसाने के लिए शादाब के उकसाने पर बालिका के दादा (बाबा) शहजादे ने पूरी पटकथा तैयार की। तय किया गया कि परिवार में अनीस के दो बच्चे हैं, उनमें से लड़की को मार देते हैं और इल्जाम पड़ोसी शकील पर लगा देते हैं। योजनाबद्ध तरीके से शादाब अपनी भतीजी अनम को उर्स का मेला दिखाने के बहाने अपने साथ ग्राम सरैंदा पट्टी लेकर गया। मेले में पिता अनीस, दादा शहजादे, चाचा नदीम, चाचा सलीम मिले।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 2 दिसंबर शुक्रवार रात में ही मेले से अनीस, शहजादे, नदीम, सलीम बच्ची अनम को मेले के पास बाग से 100 मीटर चलकर इरशाद के खेत के पास चकरोड पर पड़ी पराली तक लेकर गए, बच्ची को नींद की गोलियां खिलाकर पराली में छिपाकर यह लोग चले जाए। सुबह तड़के 4 बजे चाकू से अनम का पेट फाड़ दिया, फिर उसे चकरोड से उठाकर नईम के गेहूं के खेत में फेंक दिया। मरा समझ कर चले आए। बाद में सुबह खुद ही कुछ लोगों के साथ मिलकर शव की बरामदगी की बात कही। पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रतीक दहिया आदि मौजूद रहे।

वीडियो बनाकर फंसे

बालिका अनम का शव बरामद होने के बाद सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बच्ची मरणासन्न जीवित अवस्था में थी, जिससे लोग पूछ रहे थे कि बेटी तुम्हें किसने मारा ? उसमें एक आवाज से उसके पिता अनीस की वहां पर मौजूदगी का पता चला। बच्ची करीब आधे घंटे तक जीवित रही लेकिन मौके पर मौजूद पिता का उसे इलाज के लिए लेकर ना भागना शक पैदा कर गया। यह लोग अनम के मरने का इंतजार कर रहे थे।

विरोधाभासी बयानों से उलझे मुलजिम

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिता अनीस, दादा शहजादे, चाचा नदीम, चाचा सलीम, चाचा शादाब के आपस के बयान विरोधाभासी थे, पूछताछ में यह बयानों में ही उलझ गए। अन्ततः इन्होंने अपने जुर्म का इकबाल कर लिया।

यह सामान हुआ बरामद

अमरिया थाना पुलिस ने हत्याकांड में एक अदद चाकू आला कत्ल, नींद की गोली का रैपर, पानी की बोतल, ईट का अद्धा, खून से सने कपड़े बरामद किए हैं।

शादाब व शहजादे की क्रिमिनल हिस्ट्री

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनम हत्याकांड को अंजाम देने वाले बच्ची के चाचा शादाब व दादा शहजादे पर मुकदमा अपराध संख्या - 198/2018 धारा 363/366 थाना अमरिया जनपद पीलीभीत न्यायालय में विचाराधीन है।

खुलासा करने वाली टीम

अनम हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में अमरिया थाने के प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार शुक्ला, अपराध निरीक्षक मनीष कुमार, उप निरीक्षक मोहित कुमार, कांस्टेबल अजय तोमर, कांस्टेबल अंकुर चौधरी, कांस्टेबल अजय कुमार, महिला कांस्टेबल निशा, सुनगढ़ी थाने के प्रभारी निरीक्षक कमल सिंह, कांस्टेबल राजू वर्मा, कांस्टेबल विवेक कुमार, एसओजी प्रभारी जगदीप मलिक, हेड कांस्टेबल अजय सिंह, हेड कांस्टेबल कमल सिंह, कांस्टेबल शाहनवाज, सर्विलांस प्रभारी गौरव बिश्नोई, कांस्टेबल देवेंद्र कुमार, कांस्टेबल सौरभ शुक्ला आदि शामिल रहे।

पुलिस टीम को मिला इनाम

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने घटना का अनावरण कर सही अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने वाली प्रत्येक टीम को 25-25 हजार के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।

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