Pilibhit News: पीलीभीत के मोहल्ला नखासा में कूड़े के ढ़ेर में ऐसा क्या था जो मच गई लूट? CMO कर रहे पड़ताल
Pilibhit News: सरकारी योजनाओं में किस तरह पलीता लगाया जाता है इसकी बानगी यूपी के पीलीभीत में देखने को मिली है। एड्स (Aids) की रोकथाम और परिवार नियोजन के नाम पर सरकारी योजनाओं की धज्जियां पीलीभीत शहर के मोहल्ला नखासा में उड़ती दिखीं।
Pilibhit News: सरकारी योजनाओं में किस तरह पलीता लगाया जाता है इसकी बानगी यूपी के पीलीभीत में देखने को मिली है। एड्स (Aids) की रोकथाम और परिवार नियोजन के नाम पर सरकारी योजनाओं की धज्जियां पीलीभीत शहर के मोहल्ला नखासा में उड़ती दिखीं। यहां, आम लोगों को फ्री में बांटने के लिए आए हजारों गर्भनिरोधक (Condom) कूड़े में फेंक दिए गए।
मामला स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के संज्ञान में आया तो CMO खुद जांच के लिए पहुंचे। इतनी बड़ी संख्या में गर्भनिरोधक देखकर वह भी दंग रहे गए। ये कंडोम राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NAACO) संस्था द्वारा NGO के माध्यम से लोगों तक पहुंचाए जाने थे। सीएमओ ने नाको को पत्र लिखा है। सीएमओ ने बताया कि केंद्र सरकार को इस संबंध में कार्रवाई के लिए भी पत्र लिखा जाएगा।
जानकारी के मुताबिक नखासा मोहल्ले में एक खाली जगह पर हजारों की संख्या में कंडोम (Condom) रात में कोई डाल गया। आसपास के लोग पहले इनको एक्सपायर्ड मान रहे थे लेकिन जब कंडोम के पैकेट देखे तो दंग रहे गए। ये कंडोम 2024 के 10वें महीने में एक्सपायर होने हैं। इनके पैकेट पर नाको और एचआईवी (HIV) हेल्पलाइन नंबर 1097 के साथ-साथ गवर्नमेंट ऑफ इंडिया फ्री सप्लाई नॉट फॉर सेल भी लिखा है। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी।
CMO डॉ. आलोक कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर पड़ताल की और कुछ पैकेट के सैंपल लिए। विभाग में सप्लाई होने वाले पैकेट से इनका मिलान किया। नाको लिखे कंडोम पिंक कलर के हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग में आने वाले कंडोम ग्रे कलर के होते हैं। अब सीएमओ ने नोको को पत्र लिखा है। वहीं परिवार नियोजन और एड्स जागरूकता में लगे सभी एनजीओ को तलब किया है।
तमाम गर्भनिरोधक आसपास के लोग उठा ले गए
गंदगी और कूड़े में पड़े तमाम कंडोम आसपास के लोग उठा ले गए। इसमें कई तो अवयस्क थे। तीन दिन से कंडोम खुले में पड़े हैं। सीएमओ जांच को पहुंचे और सैंपल लेकर चले गए। खुले में पड़े इन कंडोम को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की। अब भी तमाम कंडोम पड़े हैं जिनको लोग उठाकर ले जा रहे हैं। वहीं सीएमओ कह रहे हैं कि गंदगी में पड़े होने के कारण यह कंडोम प्रयोग के लायक नहीं हैं। अगर ऐसा है तो लोग फ्री में चक्कर में मुसीबत भी अपने साथ ले जा रहे हैं। यह संक्रमित भी हो सकते हैं।
इस पूरे मामले में CMO डॉ. आलोक कुमार शर्मा का कहना है कि, स्टोर इंचार्ज और पूरी टीम के साथ मैं खुद मौके पर पहुंचा था। कंडोम के सैंपल ले लिए हैं। नाको विभिन्न एनजीओ को इसकी सप्लाई करता है। उसके माध्यम से लोगों को फ्री में इनका वितरण किया जाता है। मामला संगीन है इसलिए नाको को पत्र भेज दिया है। नाको से जानकारी मांगी है कि इस बैच नंबर के कंडोम किन एनजीओ को दिए गए थे। जिले के सभी एनजीओ को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।