Prayagraj Dharma Sansad: अब प्रयागराज धर्म संसद में में मुसलमानों के खिलाफ नफरती बयान, हिंदू राष्ट्र का लिया संकल्प, धर्मांतरण के लिए फांसी की मांग

Prayagraj Dharm Sansad: महामंडलेश्वर प्रभुदानंद महाराज ने इस्लामिक धर्म को लेकर अपनी खूब भड़ास निकाली और जिहादी बिल्ली बताते हुए हिंदुओं को कबूतर बता दिया.

Update: 2022-01-30 07:49 GMT

Prayagraj Dharma Sansad: अब प्रयागराज धर्म संसद में में मुसलमानों के खिलाफ नफरती बयान, हिंदू राष्ट्र का लिया संकल्प, धर्मांतरण के लिए फांसी की मांग

Prayagraj Dharm Sansad: आज पूरा देश महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मना रहा है। पीएम मोदी समेत वरिष्ठ नेताओं ने राजघाट पर जाकर बापू की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। एक तरफ बापू को श्रद्धांजलि दी जा रही है तो दूसरी तरफ उन्हें अपमानित किया जा रहा है। बापू की पुण्यतिथि के दिन भी बापू पर विवादित टिप्पणी सामने आई है। छत्तीसगढ़ के बाद अब यूपी के प्रयागराज के धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया गया है। वाराणसी की काशी सुमेरु पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने बापू को लेकर विवादित बयान दिया है।

मुसलमानों के खिलाफ नफरती बयान

महामंडलेश्वर प्रभुदानंद ने इस्लामिक धर्म को लेकर अपनी खूब भड़ास निकाली और जिहादी बिल्ली बताते हुए हिंदुओं को कबूतर बता दिया. उनकी तरफ से कहा गया कि जो भी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है और जो हिंदुओं का सम्मान नहीं कर सकते, उन्हें पाकिस्तान या फिर बांग्लादेश चले जाना चाहिए. कथित संत केशरी ने इस धर्म संसद से मुस्लिमों की जातियां गिनाकर कहा है कि तीन जगहों से फतवा जारी किए जाते हैं. भारत सरकार से मांग की है कि इन संस्थाओं को मिटा दिया जाए.

धर्मांतरण पर फांसी की सजा की मांग

दूसरे प्रस्ताव में धर्मांतरण के मामलों को पूरी तरह से रोकने के लिए कानून को और सख्त किए जाने की मांग की गई और धर्मांतरण कराने वालों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की गई. तीसरे प्रस्ताव में हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने वाले यति नरसिंहानंद और जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को बिना शर्त जेल से एक हफ्ते में रिहा किए जाने की मांग की गई.

भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रस्ताव पारित

इस धर्म संसद में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने समेत तीन प्रस्ताव पारित किए गए. प्रयागराज में हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करने का कथित साधु-संतों ने संकल्प लिया तो जयघोष गूंजने लगा. पहले प्रस्ताव में धर्म संसद में मौजूद संतो ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया. साथ ही प्रधानमंत्री और देश की संसद को धर्मादेश जारी कर संवैधानिक तौर पर भी देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने का फरमान सुनाया.

कथित संतों ने कई विवादित बयान दिए

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हम अपने देवी-देवताओं से शिक्षा ग्रहण कर अपने हाथों में अस्त्र शस्त्र धारण करें. उन्होंने यहां तक कह दिया कि रोको, टोको और ना मानने पर ठोक दो. उनकी तरफ से देश का रक्ष बजट बढ़ाने की भी अपील की गई और देशद्रोहियों को गर्म तेल से स्नान करवाने की पैरवी रही. उन्होंने महात्मा गांधी को भी राष्ट्रपिता मानने से मना कर दिया और नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भारत का पहला प्रधानमंत्री बताया.

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