Presidential election 2022 : ओपी राजभर ने अखिलेश से दूरी का बनाया इरादा, द्रौपदी मुुर्मू के समर्थन का किया ऐलान

Presidential election 2022 : अखिलेश यादव के साथ कई सियासी मसलों पर मतभेद के बीच सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने नये राष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया।

Update: 2022-07-15 05:14 GMT

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Presidential election 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव के बाद से समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ( SBSP ) के बीच दूरी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) के साथ कई सियासी मसलों पर मतभेद के बीच सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ( OP Rajbhar ) ने नये राष्ट्रपति के चुनाव ( President Election 2022 ) में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ( Draupdi Murmu ) के समर्थन का ऐलान किया। उनके इस ऐलान से साफ है कि वो सपा ( SP ) के सामने हथियार डालने को तैयार नहीं हैं और अपने एजेंडे पर काम करते रहेंगे। ओपी राजभर के इस फैसले का भाजपा ने स्वागत किया है।


सपा प्रमुख चीफ अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) के साथ तल्ख रिश्ते के बीच शुक्रवार को ओपी राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ( Draupdi Murmu ) का समर्थन करेंगे। यूपी में सुभासपा के विधायकों की संख्या 6 है।

शाह से मुलाकात के बाद किया समर्थन का ऐलान

ओरपी राजभर का यह फैसला सपा व विपक्षी दलों के स्टैंड के उलट है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रहे हैं, वहीं उनके सहयोगी दल के मुखिया ओपी राजभर ( OP Rajbhar ) ने एनडीए उम्मीदवार के समर्थन का ऐलान कर यूपी की सियासत का पारा बढ़ा दिया है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की एंट्री के बाद ओपी राजभर द्रौपदी मुर्मू ( Draupdi Murmu ) को समर्थन देने के फैसले पर पहुंचे हैं। खुद ओम प्रकाश राजभर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात हुई और उसके बाद उन्होंने ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इसका ऐलान करने को कहा।

सपा और सुभासपा के बीच नहीं रही पहली वाली बात

बता दें कि पिछले कुद महीनों से अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) के खिलाफ ओम प्रकाश राजभर खुलकर हमलावर रुख अपनाये हुए हैं। ओम प्रकाश राजभर ( OP Rajbhar ) पहले ही स्पष्ट कर चुके थे कि वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद ही फैसला लेंगे कि राष्ट्रपति चुनाव में उनकी पार्टी के विधायक किसे अपना समर्थन देंगे। काफी समय तक राजभर अखिलेश के रुख का इंतजार करते रहे, मगर उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। बीते कुछ समय से अखिलेश यादव और ओम प्रकाश राजभर के रिश्ते तल्ख हो चुके हैं। ओम प्रकाश राजभर लगातार अखिलेश यादव के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं।

राजभर ( OP Rajbhar ) की ओर से जारी हमले का हाल ही में जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें किसी के सलाह की जरूरत नहीं है। बीते कुछ समय से जिस तरह के सियासी घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं, ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अब दोनों के बीच गठबंधन भी केवल कहने भर का रह गया है।

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