रामपुर आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज के छात्रों ने किया आंदोलन, शिक्षकों की कमी और खाने की समस्या को बताया सबसे बड़ा मुद्दा

लंबे समय से भोजन की गुणवत्ता को लेकर रामपुर जिले के राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कालेज के छात्र भड़क गए और उन्होंने जमकर हंगामा काटा।

Update: 2022-07-20 02:07 GMT

रामपुर आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज के छात्रों ने किया आंदोलन, शिक्षकों की कमी और खाने की समस्या को बताया सबसे बड़ा मुद्दा

Rampur। उत्तर प्रदेश के रामपुर ( Rampur ) जिले के राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कालेज के छात्रों ( Student Protest ) ने पिछले दिन खुद को सात घंटे कैद रखा और जमकर हंगामा काटा। छात्रों के छात्रावास की छत तक चढ़ने के बाद प्रशासन के हाथपांव फूल गए। सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स और एडीएम पहुंचे। उन्होंने छात्रों को भरोसा दिया कि अपनी समस्या बताएं उसे हल करा देंगे लेकिन प्रबंधन की घोर लापरवाही से भड़के छात्र जिलाधिकारी को बुलाये जाने की मांग पर अडिग रहे।

छात्रों की नाराजगी को देखते हुए डीएम मौके पर पहुंचे और जांच कमेटी गठित करने के बाद छात्र शांत हुए। डीएम ने छात्रों का समस्या समाधान का भी भरोसा दिया है। जिलाधिकारी ने जांच रिपोर्ट आने पर कार्यवाही का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक और शासन से बात करके शिक्षकों की कमी को पूरा कराएंगे।

पुलिस की मौजूदगी में छात्रों ने काटा हंगामा

रामपुर आश्रम पद्धति इंटर कालेज ( Rampur Ashram Paddhati Inter College ) के छात्र 19 जुलाई यानि मंगलवार को चाय पीने और दलिया का नास्ता लेने के बाद प्रदर्शन ( Student Protest ) करने लगे। छात्रों की ओर से भोजन की गुणवत्ता और शिक्षको की कमी के साथ शिक्षण व्यवस्था पर सवाल उठाये गए। उन्होंने छात्रावास के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। मुंह पर कपड़ा ढककर छात्रावास की छत पर चढ़ और विरोध करने लगे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जब ताले तोड़ने का प्रयास किया तो छात्र पुलिस से भी भिड़ गए। पुलिस की मौजूदगी में छात्र हंगामा काटने लगे और इंटर कॉलेज में तोडफोड भी की।

मजिस्ट्रेट को हॉस्टल में धुसने से रोका

इंटर कॉलेज के छात्र इतने नाराज थे कि नगर मजिस्ट्रेट को भी हास्टल में घुसने नहीं दिया। इस दौरान छात्रों ने पत्थर भी फेंके। नाराज छात्रों ने एडीएम से भी बातचीत नहीं की। बाद में जिलाधिकारी ने कालेज पहुंचकर छात्रों को शांत किया। जिलाधिकारी ने खुद मामले की जांच की और मामले की गहराई को देखते हुए जांच कमेटी गठित कर दी। छात्रों को भरोसा दिया कि उनकी समस्याओं को दूर किया जाएगा।

जिला कल्याण अधिकारी की लापरवाही आई सामने

राजकीय आश्रम पद्धति कालेज के छात्रों ने 18 जुलाई सोमवार को जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी से शिकायत की थी कि उन्हें घटिया भोजन दिया जा रहा है। भोजन में कीड़े निकलने की भी बात कही थी लेकिन छात्रों की शिकायत को जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने गंभीरता से नहीं लिया। इससे नाराज छात्र मंगलवार को कालेज की व्यवस्था के विरोध में उतर आये। उन्होंने छात्रावास के मेन गेट में ताला डालकर भूख हड़ताल करने का ऐलान कर दिया। छात्र मुंह पर कपड़ा बांधकर छात्रावास की छत पर चढ़ विरोध करने लगे। मामला जब बिगड़ने लगा तो पहले एडीएम (प्रशासन) लालता प्रसाद शाक्य पहुंचे। उनके पहुंचने पर भी छात्र नहीं माने।

भोजन की होगी जांच कमेटी गठित

जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि घटिया भोजन की सप्लाई करने वाली संस्था के खिलाफ कार्रवाई होगी। जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। छात्र अब शांत हो गए हैं। उन्होंने भोजन भी किया है।

सपा शासन में भी छात्रों ने किया था प्रदर्शन

सपा शासन में भी आश्रम पद्धति कालेज के छात्रों ने घटिया भोजन को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया था। पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां ने मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। तब मामला शांत हुआ था।

मीडियाकर्मियों पर भी भड़के छात्र

UP News : हंगामे की खबर सुनकर मीडियाकर्मी भी कालेज पहुंचे थे। उस समय छात्र छत पर हंगामा कर रहे थे। कुछ ने फोटो खींचने की कोशिश की तो वह भड़क गए। उन्होंने फोटो खिंचवाने के लिए मना किया। इस दौरन कुछ मीडियाकर्मियों से अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया। छात्रों का कहना था कि वह किसी से बात नहीं करेंगे।

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