विकास दुबे को पकड़ने वाला गार्ड भाजपा नेता आरके सिन्हा की सिक्योरिटी कंपनी का कारिंदा
जिस गैंगस्टर विकास दुबे को प्रशासन के बड़े आला पुलिस अधिकारी नहीं पकड़ पाए उसे मंदिर में तैनात भाजपा नेता की कंपनी के लिए काम करने वाले एक सिक्योरिटी गार्ड ने पकड़ लिया....
उज्जैन। कानपुर में डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों को मौत की नींद सुलाने वाला विकास दुबे गुरूवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया है। यूपी पुलिस ने विकास दुबे का पता बताने वाले को पांच लाख रूपये इनाम देने की घोषणा की थी। वहीं दूसरी ओर पूरा पुलिस महकमा विकास दुबे की तलाश कर रहा था। राज्य की सीमाओं को भी सील किया गया लेकिन फिर भी विकास दुबे उज्जैन पहुंच गया।
जिस गैंगस्टर को प्रशासन के बड़े आला पुलिस अधिकारी नहीं पकड़ पाए उसे मंदिर में तैनात एसआईएस कंपनी के लिए काम करने वाले एक सिक्योरिटी गार्ड ने पकड़ लिया। विकास दुबे को पकड़ने वाले कई सिक्योरिटी गार्ड जो एसआईएस कंपनी के लिए काम करते हैं वे बहुत कम मेहनताना पर 12-12 घंटे ड्यूटी करते हैं। अब आपके दिमाग यह सवाल भी जरूरी आ रहा होगा कि ये एसआईएस कंपनी आखिर किसकी है। जी हां, एसआईएस कंपनी भाजपा के पूर्व सांसद आरके सिन्हा की है।
आरके सिन्हा ने इस एसआईएस (Security And Intelligence Service) कंपनी की स्थापना 1985 में की थी जो भारत और ऑस्ट्रेलिया में सेवा देती है। विकास दुबे से इस कंपनी का क्या कनेक्शन रहा है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद भी इस पूरे मामले का रहस्या और कई सवाल लोगों के दिमाग में बने हुए हैं।
विपक्षी दलों के नेता विकास दुबे की कॉल डिटेल्स को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कई सवाल उठाते हुए योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि आला अफसर-पुलिस के आपराधिक गठजोड़ के चलते अपराध फल फूल रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने विकास दुबे की वेल स्क्रिप्टेड संदिग्ध गिरफ़्तारी और उससे जुड़े हुए कुछ सवाल उठाये हैं। उन्होंने जिन लोगों का नाम सामने आया है उनकी जांच करने की मांग की है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सवाल किया, 'कानपुर-काण्ड' का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।'
ख़बर आ रही है कि 'कानपुर-काण्ड' का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
वहीं बीएसपी सुप्रीमो ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'कानपुर-काण्ड का दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे को काफी लम्बी जद्दोजहद के बाद अन्ततः मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्त में लिए जाने के बाद अब इसके तमाम आपराधिक सांठगांठ व माफियागिरी आदि का पर्दाफाश होने का यूपी व देश की जनता को काफी इन्तजार है।'
1. कानपुर-काण्ड का दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे को काफी लम्बी जद्दोजहद के बाद अन्ततः मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्त में लिए जाने के बाद अब इसके तमाम आपराधिक सांठगांठ व माफियागिरी आदि का पर्दाफाश होने का यूपी व देश की जनता को काफी इन्तजार है। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 9, 2020
मायावती ने आगे कहा कि 'इतना ही नहीं बल्कि जनता को इस बात की भी प्रतीक्षा है कि विकास दुबे के साथ-साथ उसके जघन्य अपराधों सेे जुड़े व सम्बंधित सभी सरकारी व राजनीतिक संरक्षकों एवं षडयंत्रकारियों को भी उत्तर प्रदेश सरकार जल्द से जल्द सख्त सजा जरूर दिलाए।'