लखनऊ के कैंट में कार से दो शव मिलने से सनसनी, दोनों को लगी थी गोली
सोमवार 12 अप्रैल की रात करीब नौ बजे संजय की कार एनसीसी मेस के पास सुनसान इलाके में मिली। कार के अंदर चालक वाली सीट पर संजय निगम का खून से लथपथ शव पड़ा था। वहीं बगल की सीट पर एक युवती का शव पड़ा था। दोनों को गोली लगी थी....
जनज्वार/लखनऊ। राजधानी लखनऊ में कैंट इलाके के एनसीसी मेस के पास सोमवार देर रात लगभग नौ बजे एक कार खड़ी मिली। आर्मी की पेट्रोलिंग टीम ने उसे देखा और नजदीक से छानबीन की। कार के अंदर 50 वर्षीय संजय निगम और 35 वर्षीय आशा अग्रवाल का शव पड़ा हुआ था। दोनों को गोली लगी थी। युवती को सीने में गोली लगी थी तो वहीं संजय को माथे के बीचों-बीच।
पुलिस के मुताबिक मामला प्रेम-प्रसंग का लग रहा है। युवती की हत्या के बाद संजय ने खुदकुशी की है। मौके से फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस अधिकारी छानबीन कर रहे हैं। एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आबिदी के मुताबिक, मूलरूप से कैंट के रामदास का हाता निवासी संजय निगम शेफ किचन के नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं। वह परिवार के साथ गोमतीनगर इलाके में रहते थे। रामदास हाता का आवास उन्होंने किराए पर उठा रखा था।
सोमवार 12 अप्रैल की रात करीब नौ बजे संजय की कार एनसीसी मेस के पास सुनसान इलाके में मिली। कार के अंदर चालक वाली सीट पर संजय निगम का खून से लथपथ शव पड़ा था। वहीं बगल की सीट पर एक युवती का शव पड़ा था। दोनों को गोली लगी थी। आर्मी की पेट्रोलिंग टीम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की।
एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आबिदी के मुताबिक, पुलिस ने पड़ताल के बाद कार के नंबर के आधार पर मालिक का नाम व पता निकाला। कार संतोष शर्मा के नाम से पंजीकृत थी। वह तेलीबाग के रहने वाले हैं। पुलिस जब संतोष के घर गई तो वहां पता चला कि कुछ दिन पहले कार को उन्होंने संजय निगम के हाथ बेच दी थी। कार का कागज अभी ट्रांसफर नहीं किया था। पुलिस ने संतोष के परिजनों को साथ लेकर संजय निगम के कैंट रामदास हाता स्थित आवास पर गई जहां पता चला कि वह गोमतीनगर में रहते हैं।
प्रभारी निरीक्षक कैंट नीलम राणा के मुताबिक, कार में संजय निगम के पास से एक .32 बोर की लाइसेंसी रिवाल्वर मिली। जिससे चार गोलियां चलने की पुष्टि हुई है। दो गोलियां मिस हो गई थीं। वहीं एक गोली युवती और एक गोली संजय को लगी थी। पुलिस ने रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है। उसमें चार गोलियां बरामद हुई है। जिसमें से दो गोलियां मिस बताई जा रही हैं। पुलिस ने रिवाल्वर को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक संजय निगम का पत्नी से विवाद चल रहा है, उनका किसी युवती से संबंध था।
पुलिस के मुताबिक, रात करीब नौ बजे आर्मी की पेट्रोलिंग टीम उधर से निकली तो कार देखकर संदेह हुआ। नाइट कर्फ्यू के दौरान कार संदिग्ध हालत में खड़ी देख टीम उसके करीब गई। आर्मी पेट्रोलिंग टीम को अंदर बैठकर शराब पीने वालों की आशंका थी। इस पर नजदीक गई। जहां अंदर जोड़े का शव देखकर होश उड़ गए। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। दो शव मिलने की सूचना पर इंस्पेक्टर नीलम राणा, एसीपी डॉ. अर्चना सिंह, एडीसीपी एसएम कासिम आबिदी, डीसीपी संजीव सुमन, जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी पहुंचे।
अधिकारियों ने पड़ताल के बाद दावा किया कि युवती की हत्या के बाद संजय ने खुद को गोली से उड़ाया है। मामले की जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम को कार के अंदर से दो पन्ने का एक सुसाइड नोट मिला है। एडीसीपी पूर्वी के मुताबिक, सुसाइड नोट में संजय निगम ने लिखा है कि मेरी मौत की जिम्मेदार अंजू नाम की महिला है। उसने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। वह मेरी दुकान पर कब्जा करना चाहती है। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में ले लिया है।
पुलिस का कहना है कि अंजू कौन है? यह अभी साफ नहीं हो सका है। पुलिस के मुताबिक, संजय के साथ कार में जिस महिला का शव मिला है। उसकी शिनाख्त कैंट इलाके की आशा अग्रवाल के रूप में हुई है। उसके पति की मौत हो चुकी है। एक बेटा व एक बेटी है। दोनों के बीच संबंध के बारे में दोनों के परिवार जानते थे। संजय निगम को भी एक बेटी व एक बेटा है। पुलिस ने महिला के पर्स से मिले बिजली के बिल से उसकी शिनाख्त की। उसके परिवारीजनों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।