Shahjahnpur News: मुस्लिम परिवार ने लिया हिंदू बच्चे को गोद तो कट्टरपंथियों को नहीं हुआ बर्दाश्त, बच्चा चोरी का अस्पताल पर दर्ज करवा दिया मुकदमा
Shahjahnpur News। बेटे की चाहत में त्रिलोकपुर की संगीता ने नवजीवन अस्पताल में बुधवार को सातवीं बच्ची को जन्म दिया था। नन्ही बच्ची की परवरिश मुस्लिम परिवार में होगी। मीडिया सुर्खियों के बाद सक्रीय विशव हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए मामले में इंट्री की।
Shahjahnpur News। बेटे की चाहत में त्रिलोकपुर की संगीता ने नवजीवन अस्पताल में बुधवार को सातवीं बच्ची को जन्म दिया था। नन्ही बच्ची की परवरिश मुस्लिम परिवार में होगी। मीडिया सुर्खियों के बाद सक्रीय विशव हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए मामले में इंट्री की। हिन्दू संगठनों की नाराजगी देख अस्पताल के चिकित्सक डा. अशोक सिंह ने मुस्लिम परिवार से बच्ची वापस मंगा हिन्दू परिवार को सौपा दिया। इसके बाद अस्पताल के डाक्टर पर आरोप लगा कि बारह हजार रुपयें में एक मुस्लिम परिवार को बच्ची बेच अपना खर्च निकाल लिया।
गौरतलब हो कि निगोही थाना क्षेत्र के गांव त्रिलोकपुर निवासी रमाकांत की पत्नी संगीता देवी ने बुधवार को नवजीवन अस्पताल में बच्ची जन्म दिया था। हिन्दू दंपती ने गांव के नईम अहमद व उनकी पत्नी शाहजिया को बच्ची गोद दे दी। यह मुस्लिम परिवार निसंतान था।
रमाकांत की सातवीं संतान बेटी है। एक बेटी की मृत्यु हो चुकी है।सबसे बड़ी बेटी खुशबू 14 साल तथा सबसे छोटी नन्ही की उम्र दो वर्ष है। रमाकांत ने बताया कि उसकी व पत्नी की इच्छा थी कि बेटे का जन्म हो, लेकिन इस बार भी बेटी पैदा हुई।उसके पास पांच बीघा जमीन ही है।पांच बेटियों का खर्च रमाकांत उठाते थे।
मुस्लिम परिवार की शहजिया निसंतान थी उसकी इच्छा थी कि किसी बच्चे को गोद लेकर मां की मामता की जिम्मेदारी निभायेगी। वह ब्यूटी पार्लर चलाती है शादी के छह साल बाद भी कोई संतान नहीं हुई। मामले में गुरुवार को विशव हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने नवजीवन अस्पताल के बाहर चिकित्सक का पुतला फूंक विरोध जताया।
अस्पताल के डाक्टर पर आरोप लगा की उनसे 12 हजार रुपये का खर्च मांगा तो दोनों बच्ची को छोड़कर चले गए। इसके बाद डाक्टर ने उस बच्ची को 12 हजार रुपये में एक मुस्लिम परिवार को बेच दिया। बजरंग दल नेता राजेश अवस्थी ने नवजीवन अस्पताल के डाक्टर अशोक सिंह को फोन कर बच्ची वापस कराने को कहा। डर के कारण अशोक सिंह ने मुस्लिम परिवार से बच्ची को वापस लेकर रमाकांत और संगीता को सौंप दी। इसके बाद निगोही में विहिप और बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने नवजीवन अस्पताल के बाहर डा. अशोक सिंह का पुतला फूंका। फिर वह त्रिलोकपुर जाकर दंपती रमाकांत और संगीता से मिले। रमाकांत की ओर से अशोक सिंह के खिलाफ तहरीर दिलाकर मुकदमा दर्ज कराया गया।
अस्पताल का खर्च निकालने के लिए डॉक्टर ने बच्ची को बेचा है
नवजीवन अस्पताल के डाक्टर अशोक सिंह से एक मुस्लिम दंपति से ही संपर्क में था। बच्ची का डाक्टर क्या करता, इसलिए उसने पहले से संपर्क में रहे परिवार को बुला कर उसे 12 हजार रुपये में बच्ची को बेच कर अपना अस्पताल का बिल पूरा कर लिया। विहिप और बजरंग दल ने आकर इस मामले को तूल दे दिया। जिससे नन्ही बच्ची की परवरिश अखाड़ा बन गई है। अब रमाकांत का कहना है कि मुझे मृत बच्ची के जन्म के बारे में बताया।
त्रिलोकपुर जाकर जब विहिप और बजरंग दल नेता राजेश अवस्थी ने रमाकांत से पूछताछ की तो उसने बताया कि डिलीवरी के बाद डाक्टर ने उसे बताया था कि मरी हुई बच्ची का जन्म हुआ, इसलिए वह अपनी पत्नी के साथ गांव चला गया। राजेश अवस्थी के इसके बाद रमाकांत की ओर से नवजीवन अस्पताल के डाक्टर अशोक के खिलाफ निगोही थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने कहाकि पिता रमाकांत की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। बताया आगे की जांच जारी है। उन्होनें कहाकि आरोपी चिकित्सक से भी पूछताछ की जायेगी।