Shrikant Tyagi News : गालीबाज श्रीकांत त्यागी को लेकर दो धड़ों में बंटी SP, उपाध्यक्ष शैलेंद्र ने दिया इस्तीफा, पार्टी प्रमुख से पूछे ये सवाल
Shrikant Tyagi News : शैलेंद्र कुमार ने सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को भेजे त्याग पत्र में कहा है कि महिलाओं के प्रति अपराध करने वाले लोगों से मुरव्वत रखना समझ से परे है।
Shrikant Tyagi News : उत्तर प्रदेश ( Uttar pradesh ) के नोएडा ( Noida ) के श्रीकांत त्यागी ( Galeebaz Shrikant tyagi ) प्रकरण को लेकर भाजपा के बाद समाजवादी पार्टी ( SP ) के नेताओं के बीच घमासान चरम पर है। इस मसले पर सपा के नोएडा महानगर उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ( SP Noida vice president Shailendra resigned ) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शैलेंद्र कुमार ने सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को भेजे त्याग पत्र में कहा है कि महिलाओं के प्रति अपराध करने वाले लोगों से मुरव्वत रखना समझ से परे है। साथ ही उन्होंने सपा के उस प्रतिनिधिमंडल का विरोध किया है जो शुक्रवार को नोएडा में श्रीकांत त्यागी की पत्नी से मुलाकात करेगा।
सपा नोएडा महानगर उपाध्यक्ष के इस्तीफे के बाद गौतमबुद्ध नगर में समाजवादी पार्टी ( SP ) दो धड़ों में बंट गई है। एक पक्ष श्रीकांत त्यागी ( Shrikant tyagi ) को सपोर्ट करना चाहता है तो दूसरा धड़ा श्रीकांत त्यागी को सपोर्ट नहीं करना चाहता है। शैलेंद्र कुमार का कहना है कि ओमैक्स सोसाइटी ( Omax Society ) की महिला के साथ बदतमीजी और धक्का-मुक्की करने व वैश्य जाति पर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने वाले श्रीकांत त्यागी को समर्थन नहीं करता हूं। उन्होंने कहा कि 02 सितंबर को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल उसके परिवार से मिलने जा रहा है। मैं पार्टी के निर्णय से असहमत हूं। इसलिए मैं अपने पद और समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उस सोसायटी के अपने सभी सहयोगियों के साथ इस्तीफा दे रहा हूं।
श्रीकांत के पक्ष में हुई रैली का सपा उपाध्यक्ष ने किया था विरोध
शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि महिलाओं के साथ गाली-गलौज, धक्का-मुक्की और बदतमीजी मुझे या मेरे किसी भी सहयोगी को बर्दाश्त नहीं है। आखिर राष्ट्रीय अध्यक्ष 9 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल को एक इनाम घोषित अपराधी श्रीकांत त्यागी के परिवार से मिलने की अनुमति कैसे दे सकते हैं। जिस अपराधी प्रवृति के व्यक्ति से भाजपा दामन छुड़ा रही है, उससे सपा कैसे चिपक सकती है। सोसाइटी के अलावा नोएडाए, उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) और पूरे देश में हर कोई महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार पर दुखी है। जिस दिन विशेष वर्ग की रैली श्रीकांत के समर्थन में हुई थी उसी दिन सोसायटी में महिलाओं ने जोरदार विरोध किया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को मैं बताना चाहता हूं कि उस रैली में नोएडा से किसी सोसाइटी के 10 लोग भी श्रीकांत के पक्ष में नहीं पहुंचे थे।
ठंडे तवे पर रोटी सिकती है क्या?
शैलेंद्र कुमार ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh yadav ) से पूछा है कि जब यह मामला ठंडा पड़ रहा था तो अचानक महिला विरोधी निर्णय क्यों लिया गया? कहीं ठंडे तवे पर रोटी सिकती है क्या? महिला की प्रतिष्ठा से छेड़छाड़ का यह संवेदनशील मामला है। जिसमें आधी आबादी श्रीकांत त्यागी के इस घृणित कृत्य से दुखी है और न्याय चाहती है। इसका वीडियो भारत की हर महिला और बच्ची के पास पहुंच चुका है। इसके अलावा जातिसूचक शब्द का गंदे तरीके से प्रयोग श्रीकांत द्वारा किया गया है। प्रतीत होता है कि यह प्रतिनिधिमंडल सिर्फ श्रीकांत त्यागी को संतुष्ट करने के लिए भेजा जा रहा है। सपा के इस डेलिगेशन से जातीय संघर्ष को बढ़ावा मिलेगा। समाजवादी पार्टी पर पहले से ही जातीयता का ठप्पा लगता रहा है। विधानसभा चुनाव में सुनील चौधरी जी ने सोसायटी के लोगों को जोड़ने की कोशिश की थी और इसका फायदा चुनाव में भी मिला है। जहां सोसायटी में बस्ते नहीं लगते थे, पोलिंग एजेंट नहीं बनते थे, इस बार मेरे नेतृत्व में यह सम्भव हो सका। जहां सोसायटी की महिलाएं समाजवादी पार्टी की तथाकथित गुंडागर्दी के कारण दूर रहती थीं। मेरे प्रयासों से उनका पार्टी पर भरोसा बढ़ा है। सोसाइटी की महिलाएं बढ़-चढ़कर चुनाव और समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही थीं।
हम महिलाओं को क्या जवाब दें
शैलेंद्र सिंह ने ये भी पूछा है कि कई महिलाएं पोलिंग एजेंट बीते चुनाव में बनी थीं। अब वही महिलाएं श्रीकांत त्यागी मामले पर सपा का पक्षधर होने के कारण प्रश्न उठा रही हैं। जिसका जवाब देना मेरे लिए कठिन हो रहा है। इन्हीं कारणों से व्यथित होकर मैं अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष पद और प्राथमिक सदस्यों से इस्तीफा दे रहा हूं।