जनेऊ दिखाकर एसओ ने विकास दुबे से बचाई थी अपनी इज्जत, 12 दिन बाद राहुल तिवारी ने खोला राज
राहुल तिवारी के मुताबिक 'जब एसओ विनय तिवारी को लगा कि विकास के गुर्गे मेरी जान ले लेंगे तब उन्होंने इज्जत का हवाला देकर मेरी जान बचाई, विनय तिवारी ने विकास को जनेऊ दिखाकर कहा कि इज्जत रख लो, मारो मत, पंडितों पर कलंक लग जाएगा कि घर बुलाकर मार दिया....
कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ बिकरू कांड की सबसे अहम कड़ी राहुल तिवारी से मंगलवार 14 जुलाई की रात पुलिस ने चौबेपुर थाने में पूछताछ की। राहुल ने सिलसिलेवार तरीके से घटनाक्रम की पूरी जानकारी पुलिस को दी। बातचीत में राहुल ने दावा किया कि 1 जुलाई को वह एसओ विनय तिवारी के साथ बिकरू गांव गया था। वहां विकास उसे मारना चाहता था लेकिन एसओ विनय तिवारी ने अपना जनेऊ दिखाकर इज्जत की दुहाई दी, तब विकास ने उसकी जान बख्श दी।
दरअसल जादेपुर गांव का निवासी राहुल 2 जुलाई की रात से लापता था। मंगलवार 14 जुलाई को एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने जानकारी दी कि राहुल पुलिस को मिल चुका है। इसके बाद शाम को वह चौबेपुर थाने पहुंचा। थाने में पूरी रात चली पूछताछ के बाद राहुल तिवारी बुधवार सुबह मीडिया के सामने आया। राहुल ने दावा किया कि 27 जून को वह अपनी ससुराल मोहिनी निवादा गांव से लौट रहा था। रास्ते में विकास के गुर्गों ने उसकी पिटाई की। पिटाई के बाद उसकी बाइक और रुपये भी छीन लिए गए।
जिसके बाद वह चौबेपुर थाना गया और एफआईआर लिखने की अर्जी दी। एसओ विनय तिवारी ने एक जुलाई को उसे थाने बुलाया। राहुल को साथ लेकर तिवारी घटनास्थल पर गए और फिर वहां से बिकरू गांव चले गए। गांव में विकास के गुर्गों ने एसओ के सामने ही राहुल को बुरी तरह से पीटा। इतना ही नहीं, उन्होंने राहुल के सीने पर रायफल तान दी। राहुल का कहना है कि बदमाशों ने एसओ से भी गाली गलौज की।
राहुल तिवारी के मुताबिक 'जब एसओ विनय तिवारी को लगा कि विकास के गुर्गे मेरी जान ले लेंगे तब उन्होंने इज्जत का हवाला देकर मेरी जान बचाई। विनय तिवारी ने विकास को जनेऊ दिखाकर कहा कि इज्जत रख लो, मारो मत। पंडितों पर कलंक लग जाएगा कि घर बुलाकर मार दिया।' राहुल ने बताया, 'इसके बाद विकास ने मुझे और एसओ को गंगाजल दिया। उसने भी हाथ में गंगाजल उठाया और कहा कि जाओ राहुल को बक्श दिया, नहीं मारेंगे।'
राहुल ने यह भी बताया कि विकास ने इसके बाद छीनी गई बाइक तो लौटा दी थी लेकिन इस वारदात के बाद वह खुद दहशत में आ गया था। एसएसपी को अर्जी देने के बाद वह थाने गया। एसओ ने नई एप्लिकेशन खुद लिखी और एफआईआर के बाद उसी रात दबिश दी। विकास के मारे जाने के बाद वह एसएसपी से मिला। उन्होंने सुरक्षा का इंतजाम कर उसे गांव भेज दिया।
आपको बता दें कि 12 दिन तक गायब रहने के बाद पुलिस के सामने आया राहुल से चौबेपुर थाने में पूछताछ चल रही है। इस पूछताछ में कई एक रहस्यों से पर्दा उठ रहा है। राहुल की एक साली का ससुराल बिकरु में है। राहुल का अपनी साली से किसी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जिसकी शिकायत साली ने विकास से की थी। विकास ने इसी शिकायत के बाद राहुल को बिकरु में बन्द करके मारा था। इस पूरे विवाद की वजह राहुल द्वारा विकास के खिलाफ दी गई पुलिस कंप्लेन भी रही थी।