लॉकडाउन में मंदी के शिकार शेयर ब्रोकर ने अपने ही मासूम बेटे को उतार दिया मौत के घाट
शेयर ब्रोकर ने जिस बेटे की हत्या की उसे वह सबसे ज्यादा प्यार करता था, उसे कोई कुछ कह भी दे तो बुरी तरह बिफर जाता था। लाॅकडाउन में काम ठप्प पड़ने से वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया...
जनज्वार। कानपुर के सीसामऊ स्थित गांधी नगर में रहने वाले एक शेयर ब्रोकर ने अपने ही बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है शेयर ब्रोकर मंदी के चलते डिप्रेशन में चल रहा था। बेटे को मारने से पहले पत्नी व अन्य बच्चों को नींद की गोलियां देकर बेहोश कर दिया। जिसके बाद 7 वर्षीय बेटे का गला दबा दिया।
जानकारी के अनुसार, सीसामऊ के गांधी नगर में रहने वाली सारिका श्रीवास्तव कन्नौज के एक प्राइमरी स्कूल में टीचर है। सारिका ने बताया कि शुक्रवार रात उसके पति अलंकार श्रीवास्तव ने 7 वर्षीय बेटे रुषांक, बेटी तूलिका और गीतिका को दूध पीने को दिया था। दूध पीने के बाद सभी सो गए। सुबह चार बजे आंख खुली तो रुषांक बरामदे में पड़ा था।
पत्नी के रोने पर अलंकार ने बताया कि उसने बेटे को मार दिया है। घटना के कुछ देर बाद आरोपी सीसामऊ थाने पहुंचा। थाने पहुंचकर उसने कहा, मैंने अपने बेटे को मार दिया है। मुझे गिरफ्तार कर लो।श् पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी लंबे समय से तनाव में चल रहा था। उसकी दिमागी हालत भी ठीक नहीं चल रही थी।
बेटे से करता था बेपनाह प्यार
जिस बेटे की हत्या की उसे अलंकार बेहद प्यार करता था। कोई जरा भी डांटे तो भड़क जाता था। रुषांक तीन बच्चों में सबसे छोटा था। बड़ी बहन 10 साल की तूलिका ने बताया कि पापा रुषांक को साथ सुलाते थे, वह उससे बहुत प्यार करते थे। बच्चे की मां व दोनों बहनें पिता की इस बात से सदमे में हैं।
लॉकडाउन के बाद से डिप्रेशन में था
अपने ही बेटे को मारने वाला अलंकार शेयर बाजार में ब्रोकर का काम करता था। परिजनों का कहना है कि लॉकडाउन में उसका काम पूरी तरह से ठप हो गया था। जिसके बाद वह मानसिक तनाव में रहने लगा था। उसे अक्सर डर लगता था कि कोई उसकी हत्या कर देगा। इस वजह से वह दहशत में भी रहने लगा था।
एसपी पश्चिम डॉ अनिल कुमार के मुताबिक पत्नी की तहरीर पर अलंकार श्रीवास्तव पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। तहरीर में सारिका ने लिखा था कि पहले पति ने सभी को दूध में नींद की गोलियां देकर बेहोश कर दिया और फिर बेटे का गला घोंट दिया। एसपी के मुताबिक आरोपी ने भी इसे कबूल किया है। आरोपी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं हैए काम धाम ठप होने से वह पिछले 8 महीनों से डिप्रेशन में है। हत्या के पीछे और कोई वजह सामने नहीं आ रही है।