UP : सवर्ण समाज के दबंगों ने दलित परिवार को अंतिम संस्कार करने से रोका, चिता से हटानी पड़ी महिला की लाश

मुखाग्नि देने की तैयारी चल रही थी, तब तक सवर्ण समाज के कुछ लोग वहां पहुंच गए। आरोप है कि उन लोगों ने महिला का अंतिम संस्कार जबरन रुकवा दिया। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ और पुलिस भी मौके पर पहुंचा गई।

Update: 2020-07-22 09:25 GMT

जनज्वार। आज भी गांव-देहात क्षेत्रों में जातिवाद किस कदर हावी है, इसकी बानगी उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में देखने को मिली है। यहां एक नट समाज की महिला की मौत के बाद परिवार वालों ने गांव के एक शमशान में उसकी चिता बनाई थी। मुखाग्नि देने की तैयारी चल रही थी, तब तक सवर्ण समाज के कुछ लोग वहां पहुंच गए। आरोप है कि उन लोगों ने महिला का अंतिम संस्कार जबरन रुकवा दिया। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ और पुलिस भी मौके पर पहुंचा गई। पुलिस के समझाने के बाद भी दूसरा पक्ष इस जमीन पर शव का अंतिम संस्कार करने देने को राजी नहीं हुआ। जिसके बाद नट समाज की महिला का शव चिता से उतारा गया और दूसरी जगह अंतिम संस्कार किया गया।


मामला आगरा जिले के अछनेरा क्षेत्र के रायभा गांव का है। जानकारी के मुताबिक, 20 जुलाई को 25 साल की पूजा पत्नी राहुल की मौत हो गयी थी। महिला का शव लेकर परिजन श्मशान पहुंचे। तभी वहां गांव के कुछ लोगों ने पहुंचकर अंतिम संस्कार करने पर आपत्ति जताई। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। सूचना मिलते ही अछनेरा थाना और कुकथला चौकी की पुलिस पहुंची। पुलिस के समझाने के बाद भी दूसरा पक्ष इस जमीन पर शव का अंतिम संस्कार करने देने को राजी नहीं हुआ।

पुलिस के समझाने के बाद मृतका के परिजनों ने शव को चिता से हटा लिया। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने महिला के शव को दूसरे स्थान पर भेजकर अंतिम संस्कार करवाया। इस पूरे घटनाक्रम के पीछे जमीन का विवाद बताया गया है। मामले में एसओ अछनेरा भोलू सिंह भाटी ने बताया कि जमीन को लेकर विवाद की स्थिति बन गई थी। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिये मृतक महिला का दाह संस्कार दूसरी जगह पर कराया गया है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।

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