UP में गर्माने लगा थाईलैण्ड वाली कॉलगर्ल का मुद्दा, अमिताभ ठाकुर ने की संजय सेठ के सुपुत्र पर FIR की मांग

आरोप है कि सांसद संजय सेठ के पुत्र ने कॉलगर्ल को हजरतगंज के एक होटल में ठहराया गया था। इस दौरान युवती कोरोना संक्रमित हुई तो सांसद पुत्र ने हाथ खींच लिए। 28 अप्रैल को लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती हुई थाईलैण्ड की मिस पियाथिडा की 3 मई को मौत हो गई थी...

Update: 2021-05-09 13:05 GMT

जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना त्रासदी के बीच 7 लाख रूपये की कॉलगर्ल मंगवाने का मामले ने तूल पकड़ लिया है। यह साफ हो चुका है कि कॉलगर्ल को लखनऊ के बड़े कारोबारी व राज्यसभा सांसद संजय सेठ के सुपुत्र ने अय्याशी करने के लिए दिल्ली से लखनऊ बुलवाया था। मामले में ठाकुर ने कमिश्नर लखनऊ को लिखित पत्र भेजकर सांसद पुत्र पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

गौरतलब है कि कल शनिवार से लखनऊ में थाईलैण्ड से बुलवाई गई 7 लाख रूपये की कॉलगर्ल मिस पियाथिडा को लेकर माहौल गर्म है। सांसद संजय सेठ के पुत्र ने कॉलगर्ल को हजरतगंज के एक होटल में ठहराया गया था। इस दौरान युवती कोरोना संक्रमित हुई तो सांसद पुत्र ने हाथ खींच लिए। 28 अप्रैल को लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती हुई थाईलैण्ड की मिस पियाथिडा की 3 मई को मौत हो गई थी।

इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया था कि मौत की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई थी। जिसके बाद थाईलैण्ड के दूतावास को सूचित किया गया था। लखनऊ पुलिस ने थाईलैण्ड दूतावास की अनुमति मिलने पर 6 मई गुरूवार को शव का अंतिम संस्कार करवा दिया था। इंस्पेक्टर ने यह जानकारी देने से इनकार किया था कि लड़की को किसने और क्यों बुलवाया था? जबकि अस्पताल में भर्ती होने के समय युवती ने लोहिया अस्पताल के रजिस्टर में हजरतगंज का पता लिखवाया था। 

यह साफ है कि सांसद पुत्र ने लड़की पियाथिडा को दलाल सलमान के जरिए दिल्ली से लखनऊ बुलवाया था। जिसके लिेए सात लाख रूपये की भारी भरकम रकम खर्च की गई थी। आज रविवार 9 मई को सपा नेता आईपी सिंह ने ट्वीट के जरिए पर्दे के पीछे छुपे सफेदपोश व्यापारी की असलियत उजागर की थी। इस खुलासे के बाद लखनऊ की नौकरशाही से लेकर सत्ता तक सिहरन पैदा हो रही है। जिसपर अब अमिताभ ठाकुर ने एफआईआर दर्ज करने की मांग उठाई है।

आईपीएस ठाकुर का कहना है कि उपरोक्त तथ्य अपने आप में अत्यंत गंभीर हैं। इससे इतना तो निश्चित साबित होता है कि थाईलैण्ड की एक कॉलगर्ल चोरी छिपे लखनऊ लाई गई। बीमार होने के पश्चात चोरी छिपे उसका इलाज कराया गया और मृत्यु के पश्चात लखनऊ पुलिस की सक्रिय सहायता और सहयोग से उस महिला के शव का अंतिम संस्कार भी विधि के प्रावधानो का उल्लंघन करते हुए चोरी छिपे किया गया।

ठाकुर ने अपने पत्र में लिखा है कि इस प्रकरण में कई प्रकार के गंभीर आपराधिक कृत्य किए गए दिखते हैं। जिनमें से कई बातें पहले से ही लखनऊ पुलिस के संज्ञान में आ चुकी दिखती हैं। आईपी सिंह के ट्वीट के बाद प्रकरण में मुख्य अभियुक्त संजय सेठ के पुत्र का नाम भी सामने आ गया दिखता है। इन तथ्यों के बाद भी मामले में एफआईआर दर्ज ना किया जाना उचित नहीं है। ठाकुर ने कमिश्नर लखनऊ सहित एसीएस होम व डीजीपी लखनऊ को भी एफआईआर दर्ज किए जाने के लिए पत्र भेजा है।

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