सियासत को सांसे देने वाली अयोध्या में भी ऑक्सीजन की किल्लत, सरकारी फाईलों से अलग है यहां जमीनी हकीकत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया था कि जरूरत पड़ने पर होम आईसोलेट में रह रहे मरीजों को भी ऑक्सीजन दिया जाना चाहिए। ये सभी दावे अयोध्या के लिए बेमानी साबित हो रहे...

Update: 2021-05-11 07:52 GMT

photo - janjwar

जनज्वार, लखनऊ। दशकों से सियासत को प्राणवायु दे रही रामनगरी अयोध्या में भी ऑक्सीजन का भारी अभाव है। मरीज एक-एक सांस के लिए तड़प रहे हैं। यहां कि नजरअंदाज होती चिकित्सकीय व्यवस्थाओं से संकट बढ़ रहा है। यहां फाईलों से अलग जमीनी हकीकत मीलों दूर है। कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के साथ ही साथ यहां 17 सौ से अधिक मरीज होम आईसोलेशन में हैं, जिन्हें ऑक्सीजन मिल पाना मुश्किल हो रहा है।

ऑक्सीजन की दुकानो, प्लांटों से मरीजों को खाली हाथ लौटाया जा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया था कि जरूरत पड़ने पर होम आईसोलेट में रह रहे मरीजों को भी ऑक्सीजन दिया जाना चाहिए। ये सभी दावे अयोध्या के लिए बेमानी साबित हो रहे। 

अयोध्या के मेडिकल कॉलेज को एक दिन में 400 ऑक्सीजन सिलोण्डर की जरूरत है, लेकिन इन्हें 270 से 300 सिलेण्डर ही मिल पाते हैं। वह भी किश्तों में। इसके साथ ही महिला अस्पताल में भी ऑक्सीजन की किल्लत चल रही है। ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कई तीमारदार अपने मरीजों को खराब कंडीशन के बीच एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल चक्कर काट रहे हैं। ऐसे में मरीजों की जान पर बन रही है।

अयोध्या में ऑक्सीजन की कमी के चलते ही बीते दिनो मेडिकल कॉलेज में भर्ती पूर्व एडीजीसी पीएम कुटुसी का निधन हो गया था। कुटुसी के निधन के बाद भी ऑक्सीजन की किल्लत जस की तस बनी हुई है। इस दौरान सबसे जादा मराही आम आदमी, गरीब और मजदूर की हो रही है। वहीं 'सबका साथ सबका विकास' का नारा देने वाले फल फूल रहे हैं। 

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