फफक-फफककर रोये उन्नाव कांड में दलित किशोरियों के हत्यारोपी, बोले बदले की आग ने कर दिया था अंधा

घटनास्थल से थाना पहुंचने और स्वॉट टीम की पूछताछ में उन्नाव कांड का मुख्य आरोपी रो पड़ा फफक कर, बोला बदले की आग में हो गया था अंधा, घटना में सह आरोपी अपने दोस्त को बताया निर्दोष, कहा कि दोस्ती का वास्ता देकर ले गया था साथ...

Update: 2021-02-27 10:31 GMT

संदिग्ध हालत में खेत से बरामद की गयीं 3 दलित किशोरियों में से 2 की हो गयी थी मौत और एक की हालत थी गंभीर

जनज्वार, उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव स्थित बबुरहा में तीन लड़कियों को पानी मे जहर देने के आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में कांड के सह आरोपी ने बताया कि घटना के तीन दिन पहले मुख्य आरोपी विनय उर्फ लंबू ने उसे कई बार फोन कर बुलाया था। उसने हर बार उससे प्रेम प्रस्ताव ठुकराने वाली किशोरी को ठिकाने लगाने की बात कही थी।

दूसरे आरोपी के मुताबिक विनय उर्फ लंबू के बार-बार कहने पर वह घटना वाले दिन उसके साथ गया था। विनय पहले से ही पानी भरी बोतल में जहर मिलाकर लाया था। उसे पानी में जहर की बात तब पता चली, जब तीनों किशोरियों की हालत बिगड़ने लगी। घटना के 15 दिन पहले वह मौसी के घर सदर कोतवाली के चांदपुर गांव गया हुआ था। विनय ने घटना के तीन दिन पहले 14 मार्च को दोस्ती का वास्ता देकर उसे फोन कर गांव बुलाया था।

थाना असोहा के प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश रजक शुक्रवार 26 फरवरी की सुबह साढ़े 8 बजे अस्थायी जेल बक्खाखेड़ा से दोनों आरोपियों को लेकर मेडिकल परीक्षण कराने के बाद सुबह 9 बजे असोहा थाने पहुंचे। सीओ रमेशचंद्र प्रलयंकर व प्रभारी निरीक्षक फतेहपुर चौरासी राघवन सिंह ने डेढ़ घंटे तक आरोपियों से पूछताछ की। लगभग 12 बजे दोनों को लेकर विवेचक घटनास्थल पर पहुंचे।

घटनास्थल पर घटना का सीन रीक्रिएट कर दोनों आरोपियों को अलग-अलग ले जाकर पूछताछ हुई। आरोपियों ने तीनों किशोरियों से बैठकर बात करने और पानी में जहर देकर बेहोश होने के बाद फेंकने वाली जगह दिखाई। पुलिस ने आरोपियों के बयान का मोबाइल से वीडियो भी बनाया।

परचून दुकानदार से कराया गया सामना

घटनास्थल के बाद पुलिस आरोपियाें को उस किराना दुकान लेकर पहुंची, जहां से आरोपियों व किशोरियों ने नमकीन का पैकेट खरीदे थे। दुकानदार शाबिर से दोनों का सामना कराया। सह आरोपी ने शाबिर से नमकीन का पैकेट खरीदने व शाबिर ने सह आरोपी को नमकीन पैकेट देने की बात स्वीकार की। दोपहर पौने 1 बजे पुलिस दोनों को लेकर असोहा थाना पहुंची। सवा एक बजे पहुंची स्वॉट टीम प्रभारी गौरव कुमार ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की। सवा दो बजे सीएचसी असोहा में मेडिकल कराकर दोनों को अस्थायी जेल में पहुंचा दिया गया।

जेल में पढ़ाई करेगा सह-आरोपी

किराना की दुकान पर पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर पहुंची तो ग्रामीणों की भीड़ लग गई। 50 से अधिक लोग पुलिस के आसपास जमा हो गए। जांच में बाधा आते देख पुलिस ने ग्रामीणों को पहले हटने के लिए कहा। न मानने पर उन्हें खदेड़ा। घटनास्थल पर पहुंचते ही सह आरोपी फफक कर रो पड़ा। उसने पहले मां से मिलने की इच्छा जताई। बाद में मां बहुत रोएगी, यह कहकर मिलने से इनकार कर दिया। कहा जो किया है उसकी करनी का फल भुगतेगा। जेल में रहकर वह पढ़ाई करेगा।

रोकर बोला आरोपी बदले की आग में हुआ था अंधा

पुलिस की पूछताछ में विनय हर सवाल का सही जवाब देता रहा। घटनास्थल से थाना पहुंचने और स्वॉट टीम की पूछताछ में वह रो पड़ा। बोला, बदले की आग में अंधा हो गया था। उसने घटना में सह आरोपी को निर्दोष बताया है। कहा कि उसे दोस्ती का वास्ता देकर साथ ले गया था। मुख्य आरोपी विनय का मोबाइल पुलिस को नहीं मिला। विनय ने बताया कि घटना के बाद हड़बड़ी में उसने मोबाइल खेत में ही कहीं फेंक दिया था। पुलिस ने आधा घंटा तक खेत में मोबाइल की खोजबीन की पर नहीं मिला।

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