UP : पंचायत चुनाव में वोट ना देने पर चले हथगोले 8 लोग घायल, गांव में तैनात करना पड़ा पीएसी बल
बेरिया में वोट न देने पर अनुसूचित जाति और अन्य लोगों के घरों को घेरकर हथगोले चलाए गए। जिसमें एक पक्ष के रईसा, रोशन, सलमान, शादाब, शादान, शमशाद और दूसरे पक्ष के वसीम घायल हुए थे। अपनी जान बचाकर लोग जहांगीराबाद थाने पहुंचे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई...
जनज्वार, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी स्थित गांव बेरिया में 25 से 30 लोगों ने पंचायत चुनाव में वोट ना देने के चलते विवाद हो गया। यहां छतों पर चढ़कर उपद्रवियों ने हथगोले चलाए जिसमें आठ लोग जख्मी हुए बताए जा रहे हैं। गांव में चल रही रंजिश से लोग दहशत में हैं। हालात के मददेनजर दूसरे दिन गांव में पीएसी तैनात कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक जहांगीराबाद के ग्राम बेरिया में वोट न देने पर अनुसूचित जाति और अन्य लोगों के घरों को घेरकर हथगोले चलाए गए। जिसमें एक पक्ष के रईसा, रोशन, सलमान, शादाब, शादान, शमशाद और दूसरे पक्ष के वसीम घायल हुए थे। अपनी जान बचाकर लोग जहांगीराबाद थाने पहुंचे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मामला बढ़ता देख देर शाम मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन सख्ती नहीं दिखाई गई।
फलस्वरूप बुधवार 5 मई की सुबह फिर से हथगोले चलाए जाने लगे। जिसमें मुन्ना राइन घायल हो गए। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर पुलिस मौके पर पहुंची। कार्रवाई के नाम पर दो मुकदमे दर्ज किए। बुधवार को पुलिस ने विस्फोटक सामग्री और हत्या की कोशिश में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों पक्षों से मुकदमा लिखा है।
यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान आखिर हथगोले कहां से आए यह सवाल पूरे जिले में घूम रहा है। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने अधीनस्थों को लगातार गश्त करने के आदेश दे रखे हैं। ऐसे में हथगोले चलाए जाना न सिर्फ अराजकता को बढ़ावा देना है बल्कि पुलिस को चुनौती भी है। इस घटना के बाद पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार पांडेय ने जनज्वार को बताया कि जहांगीराबाद थाना के ग्राम बेरिया में प्रधानी के चुनाव में हार-जीत को लेकर हथगोले चले थे। इस मामले में पीएसी तैनात कर दी गई है। गिरफ्तारी के लिए सीओ सिटी के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई है। इस पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।