यूपी में धान खरीद में बड़ा घोटाला, किसान बनकर बिचौलियों ने बेच डाला करीब 17,000 क्विंंटल धान

बताया जाता है कि रजिस्टर पर आंकड़ा छिपाकर बिचौलियों द्वारा किसान बनकर ऑनलाइन 765 लोगों द्वारा धान बेच दिया गया, मामले की जांच हुई तो प्रशासन के निर्देश पर लेखपाल लल्लन सिंह द्वारा लालगंज थाने में केन्द्र प्रभारी समेत कुल साठ किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया.....

Update: 2021-01-15 07:44 GMT

मिर्ज़ापुर संतोष देव गिरी की रिपोर्ट 

जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में धान खरीद में भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक धान खरीद में लगभग 17 हजार कुंतल का घोटाला हुआ है। चार केंद्रों पर हजारों कुंतल खरीद का घोटाला होना बताया जा रहा है। घोटाले में शामिल 59 लोगों के खिलाफ प्रशासन ने मुकदमा दर्ज करवाया है।उपरोक्त जानकारी एडीएम मीरजापुर ने दी है।

जानकारी के अनुसार मड़िहान तहसील क्षेत्र के सन्तनगर एनसीसीएफ केंद्र पर फर्जी खतौनी लगाकर लगभग 17 हजार कुन्तल धान बेचने का मामला प्रकाश में आते ही हड़कम्प मच गया। बताया जाता है कि सन्तनगर क्रय केन्द्र पर दूसरे गांव के किसान अमोई पुरवा गांव के किसान बनकर फर्जी खतौनी की इस्तेमाल कर मनमानी तौर पर धान बेच दिया। धान बेचने को लेकर एक तरफ किसान परेशान है तो वही दूसरी तरफ बिचौलियों के माध्यम से लगभग 17 हजार कुन्तल धान बेच लिया गया।

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हालांकि मामला संज्ञान में आते ही जिले में हड़कम्प मच गया। बताया जाता है कि रजिस्टर पर आंकड़ा छिपाकर बिचौलियों द्वारा किसान बनकर ऑनलाइन 765 लोगों द्वारा धान बेच दिया गया। मामले की जांच हुई तो प्रशासन के निर्देश पर लेखपाल लल्लन सिंह द्वारा लालगंज थाने में केन्द्र प्रभारी समेत कुल साठ किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया।

गौरतलब हो कि कुछ दिन पूर्व उपजिलाधिकारी रोशनी यादव द्वारा जांच के दौरान गड़बड़ी पाये जाने पर सात लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। लालगंज थाना प्रभारी सुभाष राय ने बताया कि साठ किसानों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में 419,420 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

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