UP : कारपेंटर को बिजनेस के लिए पैसे देने से किया इंकार तो बेरहमी से कर दिया व्यापारी की पत्नी का कत्ल

चंद मिनट में ही डॉ हर्ष के पड़ोसी व कई परिचित घर पहुंच गए और खून से लथपथ रुचि को लेकर लोहिया अस्पताल भागे, मगर घाव गहरे होने और खून अधिक बह जाने के कारण कुछ देर में ही रुचि की मौत हो गई...

Update: 2021-04-01 07:52 GMT

जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विश्वास खंड में व्यापारी डॉ हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि अग्रवाल का बुधवार दोपहर मर्डर हो गया। उनको उनके ही घर में काम कर रहे कारपेंटर ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने पहले रुचि की बेटी के गले पर नुकीला हथियार रखकर जान से मारने की धमकी दी। इस पर रुचि ने बेटी से कमरे में भागने को कहा तो कारपेंटर ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।

हत्यारे से बचाव के लिए रूचि ने खूब संघर्ष किया मगर आरोपी ठहाके लगाते हुए उस पर वार दर वार करता रहा। बढ़ई ने घर में तोड़फोड़ करने के साथ ही पालतू कुत्ते को भी लहूलुहान कर दिया। सूचना पर पहुंचे पड़ोसियों ने रुचि को लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने महज कुछ घंटे में ही आरोपी कारपेंटर को ठाकुरगंज के फरीदीपुर स्थित उसके घर से दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि बिजनेस करने के लिए रकम देने से मना करने से वह नाराज था।

दरअसल अमीनाबाद में गणेशगंज के मूल निवासी डॉ हर्ष अग्रवाल ने 1/39 विश्वासखंड, गोमतीनगर में अपना नया मकान बनवाया है। दीपावली पर ही वह अपनी 38 वर्षीय पत्नी रुचि, 16 साल की बेटी प्रियांशी व 13 वर्षीय वामिका के साथ मकान के दूसरे खण्ड पर शिफ्ट हुए थे। मकान के ग्राउण्ड फ्लोर पर डॉ हर्ष के छोटे भाई अमित अग्रवाल उर्फ मंटू के रहने के लिए फिनिशिंग का काम चल रहा है।

एमबीबीएस कर चुके हर्ष डॉक्टरी का पेशा न कर पारिवारिक बिजनेस संभालते हैं। वह आईटीसी के डिस्ट्रीब्यूटर हैं और ट्रांसपोर्टनगर में ऑफिस व गोदाम बना रखा है। जबकि मंटू गणेशगंज में एकता एजेंसी के नाम से आटा, मैदा, घी-तेल का थोक कारोबार करते हैं। डॉ हर्ष के मकान के प्रथम तल पर ढाई महीने से कारपेंटर गुलफाम व उसका एक साथी काम कर रहा था। बुधवार 31 मार्च की दोपहर करीब एक बजे रुचि लॉरेटो कॉन्वेंट में पढ़ने वाली दोनों बेटियों को लेकर घर लौटी थीं। तभी पति का फोन आ गया। वह हॉल में बैठी फोन पर बात कर ही रही थीं कि कारपेंटर गुलफाम आ गया और बेटी वामिका के गले पर नुकीला हथियार रखकर जान से मारने की धमकी देने लगा।  

बढ़ई की हरकत से घबराईं रुचि ने बेटी से कमरे में भागने को कहा और खुद गुलफाम से भिड़ गईं। फोन पर रुचि की चीख सुनकर डॉ हर्ष घबरा गए और अनहोनी की आशंका में उन्होंने अपने पड़ोसियों व कुछ परिचितों को फोन करके तत्काल घर पहुंचने को कहा। बड़ी बेटी प्रियांशी तुरंत नीचे भागी और गेट के पास बैठे अपने बुजुर्ग नौकर नंदलाल को बताया कि गुलफाम ने मम्मी को चाकू मार दिया है। फिर वह मदद मांगने पड़ोसी के घर में घुस गई। इस बीच रुचि ने कमरे में जाकर जान बचाने की कोशिश की मगर गुलफाम भी कमरे में घुस गया। बचाव के लिए रुचि ने काफी देर तक उससे संघर्ष किया मगर गुलफाम ने उनके पेट, कंधे व हाथ पर लकड़ी में छेद करने वाले नुकीले औजार से कई वार कर दिए।

 चंद मिनट में ही डॉ हर्ष के पड़ोसी व कई परिचित घर पहुंच गए और खून से लथपथ रुचि को लेकर लोहिया अस्पताल भागे। मगर घाव गहरे होने और खून अधिक बह जाने के कारण कुछ देर में ही रुचि की मौत हो गई। वहीं, वारदात के दौरान घबराकर भागने से गिरकर 13 वर्षीय वामिका के पैर में भी चोट आई है।

एडीसीपी पूर्वी एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि आरोपी को ठाकुरगंज के फरीदीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गुलफाम नशे का आदी है और बिजनेस शुरू करने के लिए रकम नहीं देने पर वह डॉ हर्ष से नाराज था। इसी वजह से उसने रुचि की हत्या करने की बात स्वीकार की है। आरोपी से आगे पूछताछ के बाद विधिक कार्रवाई का जाएगी।

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