UP : चित्रकूट में परचून की दुकान में बिक रही शराब, 5 की मौत के बाद होश में आई सरकार 8 अफसर निलंबित

बुंदेलखण्ड के सातों जिलों में बेधड़क कच्ची देशी शराब की भट्ठियां सुलग रही हैं...

Update: 2021-03-22 03:57 GMT

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट स्थित खोपा गांव की परचून की दुकान पर बिक रही शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई। एक प्रधान सहित दो की हालत गंभीर बनी हुई है, जिनका इलाज प्रयागराज के एक अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि परचून की दुकान पर बिक रही शराब जहरीली थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए शासन ने आबकारी अधिकारी चतुर सेन, आबकारी निरीक्षक अशरफ अली सिद्दीकी, प्रधान आबकारी सिपाही सुशील कुमार पाण्डेय सहित आबकारी सिपाही संदीप कुमार मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है। 

घटना की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजापुर तहसील के एसडीएम राहुल कश्यप और क्षेत्राधिकारी रामप्रकाश को निलंबित कर दिया गया है। इनके अलावा थाने के बीट प्रभारी दारोगा बृजेश पाण्डेय व सिपाही भूपेंद्र सिंह को भी निलंबित किया गया है। वहीं जिलाधिकारी ने लेखपाल राजेश को भी निलंबित कर दिया तो गांव को चौकीदार सुनील की सेवा समाप्त कर दी गई। 

चित्रकूट के खोपा गांव निवासी त्रिलोक सिंह की परचून की दुकान से शनिवार 20 मार्च की शाम कुछ लोगों ने देशी शराब खरीदी थी। शराब ले जाकर सभी ने एक खेत में बैठकर पी थी। शराब पीने के बाद देर रात 25 वर्षीय सत्यम सिंह, 35 वर्षीय दुर्विजय, 40 वर्षीय मुन्ना सिंह, 35 वर्षीय छोटू सिंह, 35 वर्षीय बबली सिंह व प्रधान मनोहर की हालत खराब हो गई। परिजनो ने सभी को राजापुर अस्पताल में भर्ती कराया। यहां सबसे पहले मुन्ना सिंह की मौत हुई। धीरे-धीरे सत्यम, दुर्विजय, सीताराम व छोटू की भी मौत हो गई। प्रधान मनोहर व बबली को प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

महज तीन हजार की आबादी वाले खोपा गांव की परचून दुकान से खरीदी गई शराब ने भले ही पाँच जिंदगियां ले ली हों लेकिन प्रशासन सहित संबंधित विभागों की कलई भी खोल दी है। बुंदेलखण्ड के सातों जिलों में बेधड़क कच्ची देशी शराब की भट्ठियां सुलग रही हैं। पुलिस प्रशासन यहां छापा मारकर कार्रवाई भी करता है, लेकिन सब ढाक के तीन पात वाली कहावत को चरित्तार्थ करने के अलावा होता कुछ नहीं।

पहले भी जा चुकी हैं जाने

जिले में इससे पहले भी शराब पीकर मरने की घटनाए हुई हैं लेकिन इतनी बड़ी घटना कभी नहीं हुई। इससे पहले फरवरी 2020 में कपसेठी सहित शंकर बाजार खटकाना में दो युवकों की मौत हुई थी। इन सभी इलाकों के आस-पास कच्ची शराब बनाने का धंधा होता है। इसके अलावा मऊ व राजापुर छेत्र में भी घटनाएं हुई हैं। इन मौतों में भी परिजनो का आरोप था कि शराब पीने से मौत हुई है।   

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