झुक कर नहीं करेंगे गठबंधन, छोटे दलों के साथ एक राष्ट्रीय दल से भी करेंगे दोस्ती : शिवपाल

शिवपाल को एक ओर ओवैसी की मौजूदगी वाले गठबंधन में लाने की कोशिश हो रही है। वहीं, शिवपाल यादव ने कहा है कि वे छोटे दलों के साथ एक राष्ट्रीय दल से भी 2022 के चुनाव के लिए गठजोड़ करेंगे। क्या यह दोनों स्थितियां एक साथ संभव हो पाएंगी...

Update: 2020-12-20 04:37 GMT

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जनज्वार। समाजवादी पार्टी से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाने वाले मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वे अब साल भर बाद होने वाले यूपी चुनाव से पहले सपा में नहीं लौटेंगे। शिवपाल ने कहा है कि वे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी रहेगी और अब यह सरकार में आएगी तो किसानों को बिजली-पानी की दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वे 2022 के चुनाव के लिए कम से एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी से गठबंधन करेंगे।

शनिवार को इटावा में एक कार्यक्रम के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम झुक कर गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि छोटे-छोटे दलों के अलावा हम एक राष्ट्रीय पार्टी से भी गठबंधन करेंगे। जब एलायंस हो जाएगा तब सबको पता चल जाएगा कि अपनी-अपनी हैसियत क्या है?

शिवपाल ने कहा कि 2022 की तैयारी उन्होंने अभी से शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि हमने कह दिया है कि जो हमसे एलायंस करेंगे हम उससे झुक कर एलायंस नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी रहेगी और इसका चुनाव चिह्न रहेगा। उन्होंने कहा कि एलायंस में छोटी-छोटी पार्टियों को जोड़ेंगे और कम से कम एक बड़ी पार्टी से भी एलायंस करेंगे। उन्होंने कहा कि गठबंधन के बाद सबको अपनी हैसियत पता चल जाएगी, बस हम यह चाहते हैं कि 2022 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी सरकार में रहे और जब वह सरकार में रहेगी तो किसानों के सामने कोई दिक्कत नहीं आएगी।

ओम प्रकाश राजभर का दावा

उधर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को यह दावा किया कि शिवपाल यादव उनके गठबंधन में शामिल होंगे। राजभर ने असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर भागीदारी संकल्प मोर्चा नाम से एक नया गठबंधन बनाया है जिसमें कई छोटे राजनीतिक घटकों को शामिल किया गया है और शिवपाल को लाने की कोशिशें की जा रही हैं। राजभर ने कहा है कि दो दिन पहले उनकी शिवपाल यादव से बात हुई है।

ओवैसी भी यह कह चुके हैं कि शिवपाल यादव यूपी की राजनीति के बड़े चेहरे हैं और उन्हें इस गठबंधन में लाने की कोशिशें होंगी। लेकिन, सवाल यह है कि क्या ओवैसी की मौजूदगी वाले किसी गठबंधन में अगर शिवपाल यादव शामिल होते हैं तो कोई राष्ट्रीय दल उनसे एलायंस करने के लिए तैयार हो जाएगा।

समाजवादी पार्टी की रणनीति

उधर, समाजवादी पार्टी 2022 के चुनाव के लिए किसी बड़ी पार्टी के बजाय छोटे दलों से गठबंधन की रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी ने यह स्वीकार किया है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और लोकसभा चुनाव में मायावती की बसपा से उसे गठबंधन से कोई लाभ नहीं हुआ, ऐसे में वह नयी रणनीति पर काम करेगी।

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