UP : उन्नाव में जज वकील विवाद में नया मोड़, 30 नामजद व 200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज

बार एसोसिएशन अध्यक्ष समेत 30 नामजद वकीलों व 200 अन्य के खिलाफ मारपीट, लूट की धाराओं के अलावा 7 सीएलए में रिपोर्ट लिखी गई, वहीं जज की चिट्ठी से हड़कंप मच गया है, वकीलों पर मुकदमा लिखने से विवाद लंबा खींचने के आसार दिखाई दे रहे हैं...

Update: 2021-03-27 10:25 GMT

जनज्वार, उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गुरुवार के दिन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे)-11 प्रहलाद टंडन को कोर्ट रूम में पीटने, मोबाइल छीनने और तोड़फोड़ के मामले में  अब नया मोड़ आ गया है। शुक्रवार को एडीजे ने राज्यपाल और हाईकोर्ट के न्ययाधीश को चिट्ठी भेजकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर आने के बाद खलबली मच गई। 

चिटठी वायरल होने के बाद आनन-फानन हरकत में आई पुलिस ने शाम को उन्नाव सदर कोतवाली में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष समेत 30 वकीलों को नामजद करते हुए 200 अन्य वकीलों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामले में एएसपी ने एफआईआर की पुष्टि की है।

बता दें कि गुरुवार 25 मार्च की दोपहर एडीजे कोर्ट 11 में जज प्रहलाद टंडन के चैंबर में घुसकर वकीलों ने जमकर बवाल किया था। घटना के बाद वकील हड़ताल पर चले गए। जज प्रहलाद टंडन ने उन्नाव बार एसोसिएशन अध्यक्ष राम शंकर सिंह समेत 30 नामजद व 150 से 200 अन्य के खिलाफ सदर कोतवाली में तहरीर दी, जिसमें मारपीट, गाली गलौज, लूट, सरकारी कार्य में बाधा समेत बातें लिखी गई। 

जज व वकीलों के बीच सीधा टकराव होते देख देर गुरुवार शाम जिला जज ने दोनों पक्षों को बुलाया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। करीब एक घंटे चली बैठक के बाद दोनों पक्षों में सुलह व समझौता हो गया। समझौते की बात कैमरे पर खुद बार एसोसिएशन अध्यक्ष राम शंकर सिंह ने कही थी। इसके बाद गुरुवार की शाम ही जज टंडन की कोतवाली एसएचओ को दी गई चिट्ठी सोशल मीडिया पर आ गई। लेकिन पुलिस ने बिना निर्देश ऐक्शन लेने से इनकार कर दिया।  

शुक्रवार 26 मार्च को जज प्रहलाद टंडन ने राज्यपाल, इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार और जिला जज को एक चिट्ठी भेजी। इसमें लिखा कि पारिवारिक और व्यक्तिगत कारणों से वह सेवा करने में असमर्थ हैं। प्रार्थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए इच्छुक है। उनके हस्ताक्षर से बाहर आई चिट्ठी से हड़कंप मच गया। आनन-फानन आला अधिकारियों से मिले आदेश के बाद शुक्रवार देर शाम बार एसोसिएशन अध्यक्ष समेत 30 नामजद वकीलों व 200 अन्य के खिलाफ मारपीट, लूट की धाराओं के अलावा 7 सीएलए में रिपोर्ट लिखी गई। वहीं जज की चिट्ठी से हड़कंप मच गया है। वकीलों पर मुकदमा लिखने से विवाद लंबा खींचने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

एएसपी उन्नाव शशि शेखर सिंह ने जनज्वार से बात करते हुए कहा कि 'जनपद उन्नाव के विशेष जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रहलाद टंडन से मारपीट करने व तोड़फोड़ सहित सरकारी कार्य में बाधा डालने के लिए विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सभी सबूतों के आधार पर विवेचना की जा रही है।' 

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